उज्जैन में जहरीली शराब से अब तक 14 की मौत – ननि के दो कर्मचारी दोषी

राहुल शर्मा इंदौर ब्यूरो – उज्जैन में जहरीली शराब पीने से अब तक 14 लोगो की जान जा चुकी हैं , मामले की जांच में अब रोज नए खुलासे होते जा रहे हैं , नगरनिगम के कर्मचारियों के नाम आने से हड़कंप मचा हुआ है …

उज्जैन जहरीली शराब मामले में देर रात गृह विभाग के सचिव राजेश राजौरा सहित एसआईटी की टीम जांच के लिए उज्जैन पहुंची है । इसके पहले गुरुवार को उज्जैन के एसपी ने खाराकुआं टीआई समेत 4 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया था । अब मामले में और खुलासे सामने आते जा रहे हैं । ननि के दो कर्मचारी भी इस कांड में शामिल थे ।

उज्जैन में हुए जहरीली शराब काण्ड के मुख्य आरोपी गब्बर और सिकंदर उज्जैन नगर निगम में अस्थाई कर्मचारी के तौर पर काम करते थे वही यूनुस चिंगारी सिकंदर और गब्बर का अवैध कारोबार सम्हालता था । दूसरी और महाकाल थाना पुलिस ने कहारवाड़ी में झिंझर बेचने वाले शंकर और बेबी सहित अन्य लोगो को हिरासत में लिया हे जो पिछले कई सालो से झींझर बेच रहे थे ।

कई मजदूरों की जान लेने वाले आरोपी गब्बर और सिकंदर सहित यूनुस उज्जैन के नगर निगम में अस्थाई कर्मचारी के तौर पर काम कार्यरत थे । जहा सभी आरोपी पार्किंग की आड़ में शराब बनाकर बेचते थे आरोपियों ने मामूली बेल्ट की दुकान चलाने वाले सुनील उर्फ भूरा को दिलाया था पार्किंग का ठेका और रुपयों के लालच में अवैध शराब झिंझर बनाकर बेचना शुरू कर दिया ।
निगम के पुराने भवन में एक माह पूर्व ही पार्किंग का ठेका सुनील उर्फ भूरा को दिया गया था । जो कि मामूली बेल्ट की दुकान चलाता है और हीरा मिल की चाल का निवासी है । लाखों रुपए का ठेका वह कैसे ले सकता है। पुलिस  ने आशंका जताई है कि इस ठेके में भी यह लग रहा है कि पैसा सिकंदर का लगा है । ठेकेदार सुनील के घर जाकर भी वस्तुस्थिति पता की गई है। इस संदर्भ में ननि को पत्र लिखकर जानकारी लेंगे । कितने सालों से सिकंदर और गब्बर नौकरी कर रहे हैं और उन्हें क्या दायित्व दिया गया है । इसका भी पता किया जाएगा क्योंकि छत्री चौक क्षेत्र में ही उसकी ड्यूटी बाजार व्यवस्था की बताई गई है । यह भी पता कर रहे हैं कि जब वह अस्थाई कर्मचारी है तो उसे बाजार की व्यवस्था जैसा महत्वपूर्ण दायित्व और वायरलैस कैसे दिया गया ।
बताया जाता हे की सिकंदर करीब तीन-चार साल पहले ही अस्थाई कर्मचारी के तौर पर काम पर लगा था । वह निगम की अतिक्रमण गैंग में है और वर्तमान में गोपाल मंदिर, छत्री चौक के ठेलों को व्यवस्थित लगाने का काम देखता था । उज्जैन नगर निगम आयुक्त ने नगर निगम के कर्मचारी गब्बर ओर सिकन्दर की सेवाएं समाप्त कर दी हैं । पुलिस ने इन पर रासुका के तहत कार्यवाही की है ।