पं. सुमित पचौरी ज्योतिष शास्त्री दिल्ली …… इस बार रक्षाबंधन को लेकर बहुत ज्यादा ही कंफ्यूजन है लोगों को। असल में भाई बहन का यह त्योहार पूर्णिामा के दिन मनाया जाता है। लेकिन इस बार पूर्णिमा के दिन भद्रा नक्षत्र पड़ रहा है। आपको बता दें कि इस नक्षत्र में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है। रक्षाबंधन 11 अगस्त 2022 को जो रक्षाबंधन मना रहे हैं वो प्रदोष काल में रात्रि 08.52 मिनट से रात्रि 09.20 मिनट तक राखी बांध सकते हैं. इस दिन राखी बांधने के लिए ये सबसे उत्तम मुहूर्त है। पूर्णिमा तिथि का समापन 12 अगस्त के दिन 07.5 मिनट पर ही हो रहा है। इस दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 05 बजकर 52 मिनट से शुरू होकर 7 बजकर 05 मिनट तक ही है।

राखी बांधने का शुभ मुहूर्त…..
तीन पंचांगो के अनुसार जिसमें श्रीहनुमान पंचांग, हृषिकेष पंचांग, महावीर पंचांग और अन्नपूर्णा पंचांग शामिल हैं। 11 अगस्त को सूर्योदय प्रात: 5 बजकर 30 मिनट में हो रहा है। इस दिन पूर्णिमा का मान दिन में 9 बजकर 35 मिनट पर है। लेकिन उसी समय यानि 9.35 दिन में पूर्णिमा के साथ भद्रा का भी प्रारंभ हो रहा है। भद्रा का साया रात्रि 8.25 तक है. 12 अगस्त को प्रात: सूर्योदय 5 बजकर 31 मिनट पर होगा और पूर्णिमा का मान प्रात: 7 बजकर 17 मिनट तक है।

 

राखी बांधने की सही विधि……
राखी बांधते वक्त भाई का मुंह पूरब दिशा की ओर और बहन का मुख पश्चिम दिशा में होना चाहिए। राखी बांधने के लिए सबसे पहले अपने भाई के माथे पर रोली-चंदन और अक्षत का टीका लगाएं। इसके बाद भाई को घी के दीपक से आरती करें। उसके बाद राखी बांधकर उनका मुंह मीठा कराएं। इसके बाद अगर संभव हो तो सप्रेम भोजन के लिए आग्रह करें।

पं. सुमित पचौरी ज्योतिष शास्त्री दिल्ली