विजय श्रीवास्तव दमोह ब्यूरो – दमोह जिले की सागर नाका चौकी अंतर्गत आने वाले ग्राम बासनी में देर रात झोपड़ी में सो रहे बच्चे उस समय आग से घिर गए जब जलती हुई डिब्बी घास फूस में गिर गई । नींद के आगोश में समाये बच्चों को जब तक जलती आग से बचाया जाता तब तक वो बुरी तरह झुलस गये थे । घटना की जानकारी लगते ही पुलिस व 108 वाहन मौके पर पहुंच घायल बच्चों को जिला अस्पताल भेजा गया । ग्राम बासनी निवासी लाल सींग आदिवासी के बच्चे  राधा, दुर्गा, राजा, प्रीति एवं मूल सींग की पुत्री रामबाई खेत में बनी घास फूस की बनी झोपड़ी में रोजाना की तरह सो रहे थे देर रात्रि 12:00 बजे झोपड़ी में रखी जलती डिब्बी में सोते हुए एक बच्चे का पैर लग गया फिर क्या था केरोसिन से भरी जलती डिब्बी घास पर गिरी तो तुरंत ही आग लग गई देखते ही देखते आग ने पूरी झोपड़ी को अपनी चपेट में ले लिया आग की गर्माहट से बच्चों की नींद खुलने पर बच्चों की चीख पुकार मच गई वहीं थोड़ी दूर पर बनी एक दूसरी झोपड़ी में सो रहे इन बच्चों के माता-पिता भागकर वहां पहुंचे और उन्होंने जलती हुई आग से सभी बच्चों को बाहर निकाला । इस दौरान पांचों बच्चे आग से बुरी तरह झुलस गये । घटना की जानकारी तुरंत ही पुलिस व 108 वाहन को दे दी गई जो कुछ ही देर में मौके पर पहुंच गयी। सभी घायल बच्चों को तुरंत ही जिला अस्पताल लाया गया जहां मौजूद डॉक्टरों की टीम ने इन बच्चों का इलाज शुरू किया । सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही इस दौरान कुछ मीडियाकर्मी भी वहां पहुंचे जिन्होंने कव्हरेज ना करते हुए इन बच्चों के इलाज में अपनी सहायता प्रदान की । पीड़ितों का कहना था की वो सभी प्रतिदिन इसी झोपड़ी में सोते थे लेकिन आज एक चिंगारी ने इस बड़े हादसे को अंजाम दे दिया इस हादसे में कुछ बच्चे बुरी तरह जल गए हैं जिन्हें आपातकालीन कक्ष रखा गया है ।

बाइट- प्रीति आदिवासी ।

नोट- विजुअल एवं बाईट एफ़टीपी दमोह में 20-01-2019 दमोह आग नाम के फोल्डर में है।