आशीष रावत पिपरिया ब्यूरो – मध्य प्रदेश में इन दिनों बारिश का कहर जारी है और बीते दो दिनों से हो रही जोरदार बारिश के बाद बरगी, बारना एवं तवा जलाशय से लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण सोमवार को नर्मदा नदी लगभग खतरे के अलार्म पर पहुंच गयी है …
प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से जिले के अधिकांश निचले गांवों में बाढ़ और बारिश का पानी घरों में भरा गया है । जिससे ग्रामीणों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । मौसम विभाग ने बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है । मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश के 32 जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। जारी अलर्ट में होशंगाबाद जिले में अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है । सेठानी घाट पर जल स्तर 963.50 फिट पर पहुंच गया। जबकि खतरे का अलार्म लेवल 964 फीट हे। हालांकि दोपहर बाद से बारिश थमने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली है और तवा व बारना डैम से छोड़े जा रहे पानी में कमी आने के कारण भी प्रशासन के मुताबिक जिले में हालात गंभीर नहीं हो पाए । इस दौरान मुख्यालय सहित आसपास ग्रामीण इलाकों से शहर को जोड़ने वाले रास्तों पर पानी भरा गया । साथ ही हरदा-होशंगाबाद को जोड़ने वाले डोलरिया पुल और बरेली-पिपरिया को जोड़ने वाले पुल पर पानी आने के कारण यातायात बाधित हुआ। प्रसासन के अधिकारी अपनी टीम लेकर सिवनी सांडिया पुल पर गस्त करते रहे । होशंगाबाद कलेक्टर श्री शीलेन्द्र सिंह – जिले में हो रही लगातार वर्षा एवं विभिन्न बांधो से छोड़े जा रहे पानी और इसके कारण नर्मदा नदी में बढ़ रहे जल स्तर को ध्यान में रखते हुए समस्त विभागो के अधिकारियों एवं कर्मचारियो को सख्त हिदायत दी है कि वे अपने मुख्यालय पर ही रहे । किसी भी स्थिति में मुख्यालय न छोड़े। कही भी कोइ आपात स्थिति निर्मित होने पर तत्काल मौके पर पहुँच कर आवश्यक सहयोग प्रदान करे । कलेक्टर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि वर्षा की स्थिति को देखते हुए मेडिकल स्टाफ के अवकाश निरस्त करें । सभी प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्रो पर दवाईया एवं समस्त प्राथमिक मेडिकल सुविधाएं सुनिश्चित करें इसके साथ ही आशा कार्यकर्ताओ को वर्षा जनित रोगो की दवाइयॉ मुहैया कराए ताकि गांवो में वे दवाईयाँ उपलब्ध करा सके।