विनोद आर्य सागर ब्यूरो……सागर में कोरोना वैक्सीनेशन में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है, एक सीरिंज से 40 बच्चों का वैक्सीनेशन करने का मामला सामने आया है……
सागर स्थित जैन हायर सेकंडरी स्कूल में बुधवार को एक ही सिरिंज से चालीस विद्यार्थियों को कोरोना वैक्सीन लगाने पर वैक्सीनेटर के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई गई है।बुधवार को स्कूल में जब टीकाकरण का काम चल रहा था, तभी एक अभिभावक ने देखा कि वैक्सीन लगाने वाला कर्मचारी सिरिंज नहीं बदल रहा। वह एक ही सिरिंज से सभी बच्चों को टीका लगा रहा है। इसको लेकर अभिभावकों ने हंगामा कर दिया। पेरेंट्स ने हंगामा किया तो नर्सिंग छात्र बोला- अफसरों ने एक ही सीरिंज देकर कहा था- इसी से सभी बच्चों को वैक्सीन लगाना है।
क्या है पूरा मामला…..
बुधवार को जैन पब्लिक स्कूल में बच्चों के कोरोना वैक्सीनेशन के लिए कैंप लगाया गया था। इसमें स्वास्थ्य विभाग ने अपने कर्मचारियों की जगह नर्सिंग छात्र की ड्यूटी वैक्सीनेशन के लिए लगाई थी। स्कूल के छात्रों को जितेंद्र नाम के नर्सिंग थर्ड ईयर के स्टूडेंट ने वैक्सीन लगाना शुरू किया। उसने एक के बाद एक 40 बच्चों को एक ही सुई से वैक्सीन लगा दी।
इस दौरान एक व्यक्ति अपनी 9th क्लास में पढ़ने वाली बेटी को वैक्सीन लगवाने पहुंचे, तो उन्होंने देखा सभी बच्चों को एक ही सुई से वैक्सीन दी जा रही है। वैक्सीन लगाने वाला सुई नहीं बदल रहा था। उन्होंने इसका विरोध किया तो वैक्सीन लगा रहे जितेंद्र ने बताया कि उसे एक ही सीरिंज दी गई है और इसी का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है। इस पर अभिभावक ने हंगामा कर दिया। देखते ही देखते अन्य अभिभावकों भी इकट्ठे हो गए और हंगामा कर दिया गया।
सवाल ये भी है….
वैक्सीन लगाने वाला छात्र B.Sc. नर्सिंग में थर्ड ईयर में पढ़ता है। यह बेसिक जानकारी है कि एक सीरिंज का एक से दूसरी बार इस्तेमाल करना संक्रामक बीमारियों और एड्स जैसी घातक बीमारी का कारण बन सकता है। ऐसे में नर्सिंग की पढ़ाई कर रहे छात्र से ऐसी लापरवाही कैसे हुई?
पेरेंट्स के हंगामे के बाद स्वास्थ्य विभाग ने वैक्सीन लगाने वाले SVN कॉलेज के B.Sc. नर्सिंग थर्ड ईयर के छात्र जितेंद्र अहिरवार के खिलाफ FIR दर्ज कराई है और जिला टीकाकरण अधिकारी एसआर रोशन के खिलाफ विभागीय जांच के लिए प्रशासन को पत्र लिखा है। CMHO डॉ. डीके गोस्वामी का कहना है कि तीन टीमों को बच्चों के घर भेजकर ब्लड सैंपल मंगाए जा रहे हैं, जिनकी जिला अस्पताल की पैथोलॉजी लैब से जांच कराई जाएगी।
राज्य स्तरीय दल जांच के लिए गठित…..
NHM संचालक (भोपाल) डॉ. संतोष शुक्ला ने बताया कि मामले की जांच के लिए राज्य स्तरीय तीन सदस्यीय दल गठित किया गया है। टीम में राज्य AEFI सलाहकार डॉ. रवींद्र बबेले, राज्य RIMNE सलाहकार डॉ. रामकुमार राय और राज्य प्रशिक्षण समन्वयक सूर्यप्रकाश दीक्षित को शामिल किया गया है। टीम आज सागर पहुंचकर जांच के बाद रिपोर्ट देगी।