नीलेंद्र मिश्रा भोपाल ब्यूरो – होशंगाबाद तबादलों में पारदर्शिता रखने के लिए आदिम जाति कल्याण विभाग मप्र शासन द्वारा लागू की गई ऑनलाईन स्थानांतरण नीति 2019 से होशंगाबाद जिले के विभागीय अधिकारी इत्तफाक नहीं रखते। आजक विभाग होशंगाबाद में ऑनलाईन तबादला नीति को ताक पर रखते हुए ऑनलाईन प्रक्रिया पूर्ण होने के पहले ही अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग आयोजित कर स्थानांतरण की प्रक्रिया पूर्ण कर ली, बस आदेश जारी होना है। जबकि स्थानांतरण नीति 2019-20 की कण्डिका एक कमी उपकण्डिका (1.3) में स्पष्ट निर्देश है कि अतिशेष शिक्षकों को स्थानांतरण नीति के अनुरूप शालाओं/ विभाग द्वारा संचालित छात्रावासों में उपलब्ध रिक्त पदों पर स्थानांतरण हेतु आवेदन करना है। ऑनलाईन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद शेष बचे अतिशेष शिक्षकों का रिक्त पदों पर प्रशासकीय स्तर से स्थानांतरण होना है। लेकिन ऑनलाईन प्रक्रिया पूर्ण होने के पूर्व ही सहायक आयुक्त आदिवासी विकास होशंगाबाद द्वारा 90 अतिशेष शिक्षकों की काउंसलिंग आयोजित कर स्थानांतरण की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई ।
अतिशेष शिक्षकों के तबादले के ये थे निर्देश
मप्र शासन आदिम जाति कल्याण विभाग मंत्रालय द्वारा शिक्षक संवर्ग/ कर्मचारियों की स्थानांतरण नीति वर्ष 2019-20को लेकर 24 जून 2019 को विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए थे। जिसमें स्पष्ट उल्लेख था कि जिन विद्यालयों मेंं संख्यामान अथवा विषयमान से निर्धारित संख्या से अधिक शिक्षक कार्यरत है ऐसे अतिशेष शिक्षकों को स्थानांतरण नीति अनुसार अन्यत्र शिक्षकों की कमी वाली शालाओं में पदस्थ किया जायेगा। निर्देशों के मुताबिक विगत तीन शैक्षणिक सत्रों के औसत नामांकन के आधार पर प्राथमिक- माध्यमिक शालाओं में संख्यामान से अतिशेष शिक्षकों का चिन्हांकन किया जाएगा। चिन्हांकित अतिशेष शिक्षक स्थानांतरण नीति के अनुरूप विभागीय शालाओं- छात्रावासों में उपलब्ध रिक्त पदों पर स्थानांतरण के लिए आवेदन कर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि ऑनलाईन स्थानांतरण प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद शेष बचे अतिशेष शिक्षकों का प्रशासनिक स्तर पर स्थानांतरण किया जाना है।
स्थानांतरण नीति को ताक पर रख किए तबादले
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सहायक आयुक्त आदिवासी विकास होशंगाबाद ने स्थानांतरण नीति को ताक पर रखकर ऑनलाईन स्थानांतरण प्रक्रिया खत्म होने 90 अतिशेष शिक्षकों के युक्ति युक्ति प्रक्रिया के तहत काउंसलिंग आयोजित कर तबादले कर दिये । चर्चा है कि युक्ति युक्तिकरण के लिए बनाई गई कमेटी में शामिल केसला बीईओ सहित एक शिक्षक द्वारा अतिशेष शिक्षकों को दूरस्थ अंचल में तबादला करने का भय दिखाकर मोटी रकम वसूल की गई । जानकारी की माने तो कमेटी में शामिल विकासखंड शिक्षा अधिकारी केसला एवं एक शिक्षक के मोबाईल के कॉल डिटेल की जांच करवाई जाये तो उनके द्वारा अतिशेष शिक्षकों से अनेकों बार लंबी-लंबी बातचीत करने का मामला सामने आ सकता है। लंबी बातचीत मोटी रकम वसूले की बार्गेनिंग के लिए किए जाने की चर्चाएं जोरों पर है। बताया जाता है कि सहायक आयुक्त होशंगाबाद द्वारा युक्ति युक्तिकरण एवं तबादलों के प्रकरणों में वरिष्ठ अफसरों को गुमराह करने में भी कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
इनका कहना है
युक्त-युक्तकरण में कुछ गलत हुआ है तो जांच कराई जावेगी । आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है जाँच कराई जावेगी ।
रवींद्र मिश्रा
आयुक्त नर्मदापुरम संभाग