राहूल शर्मा इंदौर ब्यूरो – मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एमआर-10 टोल नाके के पास कुमेड़ी स्थित आयोजन स्थल पर वैदिक मंत्रोच्चार के मेट्रो रेल परियोजना का शिलान्यास किया …
इंदौर में चलने वाली मेट्रो ट्रेन लगभग जयपुर जैसी होगी, जिसमें छह कोच होंगे। हालांकि पहले चरण में तीन कोच ही रहेंगे। पहले ही दिन से हर 15 मिनट में यात्रियों को हर स्टेशन पर ट्रेन मिले, इसके लिए 25 ट्रेन एक साथ दौड़ेंगी। एक ट्रेन के तीन कोच में 975 यात्री सफर कर सकेंगे। हालांकि भोपाल में तीन कोच की ट्रेन ही रहेगी। यही वजह है कि इंदौर के प्रोजेक्ट के लिए 7500.8 और भोपाल के लिए 6941.4 करोड़ रुपए मंजूर हुए हैं। हर स्टेशन की डिजाइन कैंटिलिवर स्टाइल में होगी। मतलब- हर स्टेशन सिर्फ एक पिलर पर टिका रहेगा। स्टेशन पर यात्रियों के लिए लिफ्ट, एस्केलेटर और सीढ़ियां होंगी ताकि टिकट काउंटर से होकर वे सीधे प्लेटफाॅर्म तक जा सकें।मेट्रो कंपनी के अधिकारियों का दावा है कि मार्च 2023 तक पूरा रूट तैयार कर दिया जाएगा। इसके बाद मेट्रो चलने लगेगी।इस दौरान नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्द्धन सिंह, गृहमंत्री बाला बच्चन, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी, स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट, लोक निर्माण मंत्री सज्जनसिंह वर्मा, महापौर मालिनी गौड़, सांसद शंकर लालवानी, विधायक रमेश मेंदोला, महेंद्र हार्डिया, संजय शुक्ला और विशाल पटेल उपस्थित रहे। खजराना गणेश मंदिर के मुख्य पुजारी अशोक भट्ट ने 11 पुजारियों के साथ पूजा संपन्न करवाई।