सोशल मीडिया में बीजेपी के खिलाफ लिखना आरक्षक को भारी पड़ा

के के दुबे ग्वालियर ब्यूरो – ग्वालियर के एक वाट्सएप ग्रुप में पुलिस आरक्षक को बीजेपी पार्टी के बारे में अश्लील भाषा का इस्तेमाल करना महंगा पड़ गया , इस मामले में आरक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है साथ ही उस पर विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है ….

ग्वालियर में पदस्थ पुलिसकर्मी धर्मेंद्र पाठक ने सोशल मीडिया के ग्वालियर के एक व्हाट्सएप ग्रुप में भारतीय जनता पार्टी को लेकर अभद्र टिप्पणी लिख दी थी । ग्रुप के सदस्यों ने टिप्पणी पर आपत्ति ली अभद्र कमेंट जिस व्हाट्सएप ग्रुप में किया गया उस ग्रुप में ग्वालियर एसपी अमित सांघी भी जुड़े हुए थे । SP ने आरक्षक को सस्पेंड कर दिया और विभागीय जाँच के आदेश दे दिए है । ग्वालियर के कोतवाली थाने में धर्मेन्द्र पाठक कांस्टेबल के पद पर है ।

शनिवार दोपहर एक ग्रुप पर स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण बढ़ रहा कोरोना कर एक पोस्ट आई । इस पोस्ट पर अचानक कांस्टेबल चिढ़ गया और उसने BJP लिखकर गाली लिख दी । जब उसे एडमिन ने समझाया कि यह सोशल ग्रुप है यहां अपनी अभद्र भाषा का उपयोग न करें । इस पर आरक्षक ने लिखा कि चुनाव आ गया तो अब कहां गया कोरोना त्योहार और अन्य कार्यक्रम में कोरोना बढ़ जाता है । इसके बाद एडमिन ने आरक्षक को ग्रुप से हटा दिया । SP अमित सांघी ने पोस्ट को संज्ञान में लेकर तत्काल मामले की जांच कराई । कोतवाली थाना में पदस्थ आरक्षक धर्मेन्द्र पाठक की भूमिका गलत पाई गई । इस पर SP ग्वालियर ने शनिवार रात को जवान धर्मेन्द्र पाठक के सस्पेंड ऑर्डर जारी कर दिए । ऑर्डर में साफ कहा गया है कि आरक्षक का आचरण कहीं से भी पुलिस नियमों और आचरण जैसा नहीं था । उसने सोशल मीडिया प्लेटफाॅर्म पर अभद्र भाषा का उपयोग किया है, इसलिए उसे सस्पेंड कर लाइन भेज दिया गया है ।

आम जनता के बीच पुलिस की छवि खराब नहीं होने देंगे इस तरह की हरकतों से पुलिस की छवि खराब होती है । जो कि कतई बर्दाश्त करने योग्य नहीं है ।
अमित सांघी एसपी एसपी ग्वालियर