रुद्र प्रताप सिंह होशंगाबाद ब्यूरो – होशंगाबाद एएसपी घनश्याम मालवीय बहक गए मद्य निषेध कार्यक्रम में एएसपी शराब पीने से होने वाले दुष्परिणामों की जगह कब कहां और कैसे पीना चाहिए इस पर दे डाले टिप्स । साहब बोले- शराब 18 साल के बाद पीना चाहिए युवको से कहा खाने की थाली में बैठकर टीवी चालू कर आधे घंटे में पैक लगाकर सो जाओं …
होशंगाबाद जिले में मद्य निषेध शिविर में नशे की गिरफ्त से निकलने और इसके दुष्परिणामोंं को लेकर आदमगढ़ में पुलिस द्वारा शिविर आयोजित किया गया था । मद्य निषेध कार्यक्रम में एएसपी शराब पीने से होने वाले दुष्परिणामों की जगह कब, कहां और कैसे पीना चाहिए दे डाले इसके टिप्स । शराब यदि बाकई में ख़राब होती तो सरकार इसे बनाती क्यों और बेचती क्यों , यह हम नहीं कह रहे हैं । बल्कि यह होशंगाबाद एएसपी घनशयाम मालवीय का कहना है । दरअसल मद्य निषेध शिविर में नशे की गिरफ्त से निकलने और इसके दुष्परिणामोंं को लेकर आदमगढ़ में पुलिस द्वारा शिविर आयोजित किया गया था । इस दौरान एएसपी मौजूद लोगो को शराब छुड़ाने की जानकारी दे रहे थे । उसी दौरान एएसपी घनश्याम मालवीय बहक गए । बच्चे, बुजुर्ग और महिलाओं से एक-एक कर पहले तो पूछा कि वे शराब पीते हैं या नहीं फिर उसके दुष्परिणामों की जगह कब, कहां और कैसे पीना चाहिए इसके टिप्स दे डाले । एएसपी ने पहले बच्चों से शुरू किया। और उनसे पूछा की शराब पीना अच्छी बात है या बुरी बात। बच्चों से बोले- यदि शराब पीना है तो 18 साल की उम्र के बाद पीना । वही बुजुर्गों से कहा- खुद ने पेट भरकर पी ली और अब कह रहे हैं नहीं पीना चाहिए । इतना ही नहीं यह भी बोले- सरकार शराब को जहर तो मानती है लेकिन यह देश में बन रही है । इसका मतलब है कोई तो पी लेगा या उपयोग कर लेगा । लेकिन इस जहर का उपयोग कैसे करना है । यह हम बताएंगे । यह देख वहां मौजूद लोग अवाक रह गए । लेकिन कोई कुछ बोल नहीं पाया। दबी जुबान में जरूर लोगों ने कहा कि मघ निषेध शिविर है या मघपान के तरीके बताने वाला है । माइक थामते हुए एएसपी ने सवाल-जवाब का दौर शुरू किया । पूछा कि अमीर शराब पीने के बाद भी बदनाम नहीं होता लेकिन गरीब हो जाता है । क्योंकि अमीर घर के अंदर पीते हैं और गरीब सड़क पर । इसलिए शराब पीने की आदत है तो घर के अंदर खाना खाते वक्त पीना चाहिए । पीकर बाहर नही जाना चाहिए । इससे दुर्घटना भी नहीं होगी । घर में छिपकर पीने से महिलाओं और बच्चों पर भी प्रभाव नहीं पड़ेगा । पूरी बोतल भी नहीं बल्कि कम पीना चाहिए । वही महिलाओं से संवाद के दौरान एएसपी ने कहा कि आप गले में सोना पहनो या न पहनो अच्छी साड़ी पहनों या न पहनों मगर चेहरा और दांत सुंदर दिखना चाहिए । इसलिए पाउच हानिकारक है, इसलिए नहीं छोडऩा है बल्कि इसलिए छोडऩा कि दांत सुंदर दिखें । अब अगर मप्र पुलिस ही शराब कैसे पीना है वो बच्चो को बताएगी तो क्या हाल होगा प्रदेश का …..