इंदौर में विधुत मंडल घरेलू उपभोगताओं के मात्र 500 रु होने पर काट रही बिजली
राहुल शर्मा इंदौर ब्यूरो – पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की घरेलू उपभोक्ताओं पर सख्ती , 500 रु के बकायदारों के कनेक्शन काटे …
इन्दौर बिजली कंपनी अब घरेलू उपभोक्ताओं पर भी सख्त हो गई है, 500 रूपए तक के बकायदारों के भी बिजली कनेक्शन काटे जा रहे है, शहर के पांचों संभाग के अंतर्गत पिछले कुछ दिनों में ही ऐसे सैकड़ों बकायदारों के कनेक्शन काट दिए गए है, इससे राजस्व आय में भी वृध्दि हुई है।
कोरोना की गंभीर स्थिति होने पर अप्रैल-मई माह में बिजली कंपनी की आर्थिक स्थिति बिगड़ी गई थी, वसूली का प्रतिशत बेहद ही कम था, जबकि जून और जुलाई माह में बिजली कंपनी शहर में लक्ष्य प्राप्त करने में सफल रही है। हालांकि इन दोनों ही माह में गत वर्ष की तुलना में लक्ष्य भी कम था। अब चुंकि बाजार धीरे-धीरे खुल रहे है और अन्य गतिविधियां भी पटरी पर आ रही है, इसके चलते कंपनी ने भी बकायदारों पर सख्ती शुरू कर दी है। जुलाई माह से औद्योगिक श्रेणी के 25 हजार तक के बकायदारों पर सख्ती की गई है, वहीं अब घरेलू उपभोक्ताओं पर भी सख्ती की जा रही है।
पुर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण व मध्य संभाग के व्दारा घरेलू बिजली बकायदारों को चिंहित कर बिल जमा करने के निर्देश दिए जा रहे है, इसके बाद भी जो बिल जमा करने में रूचि नहीं ले रहे है, उनके सीधे कनेक्शन काटे जा रहे है। अभी तक पांचों ही संभागीय कार्यालय के अंतर्गत 500 रूपए या इससे अधिक के बकायदारों के सैकड़ों कनेक्शन काटे जा चुके है। अधिकारियों के अनुसार पुर्व की तरह ये अभियान अब लगातार चलेगा, सहायक यंत्री, उपयंत्री व लाईनमेनों की टीम ऐसे बकायदारों पर कार्रवाई कर रही है।
हालांकि अभी भी बकायदारों को किस्त का विकल्प दे रखा है, लेकिन इसके बाद भी हजारों उपभोक्ताओं की बिजली बिल जमा करने में रूचि नहीं है। वैसे कनेक्शन काटने पर अधिकांश उपभोक्ताओं ने मौके पर ही बिल जमा कराए है, जबकि कई झोन कार्यालयों पर भी पहुंचे है। अधिकारियों के अनुसार सख्ती के परिणाम भी मिल रहे है, पिछले कुछ दिनों में राजस्व आय बढ़ गई है। हालांकि इस तरह की सख्ती का विरोध भी शुरू हो गया है, ऐसे कई घरेलू बकायदारों ने भाजपा-कांग्रेस नेताओं के दरवाजे खटखटाए है, वहीं झोन कार्यालयों पर सहायक व उपयंत्री के समक्ष भी आपत्ति दर्ज कराते हुए हंगामे किए है।
इनका कहना है कि
पिछले चार माह से घरेलू बिजली उपभोक्ताओं को राहत मिल रही थी, वहीं शासन की योजनाओं से भी लाभ ले रहे थे, अब चुंकि शहर खुलने लगा है और कई उपभोक्ताओं पर बकाया भी बढ़ता जा रहा है, इस कारण जिस झोन में जैसी परिस्थिति है, वहां पर बकायदारों के कनेक्शन काटे जा रहे है। बकायदार उपभोक्ता किस्त में भी बिल जमा कर सकते है।