आशीष रावत…..मप्र सरकार की योजना नियमों में उलझी ग्रामीण अंचल की छात्राओं को होना पड़ रहा परेशान…..

मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने ग्रामीण अंचल और शहरी छेत्र की छात्राओं के लिए दो योजनाएं चलाई गांव की बेटी और शहरी छेत्र की प्रतिभा किरण योजना । इन दोनो योजनाओं में बारहवीं पास कर कालेज में आने पर छात्राओं को लाभ मिलता है । पर कालेज प्रबंधन के नियमों के चलते गांव की छात्राओं को इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है । ऐसे ही कुछ ग्रामीण अंचल की छात्राओं ने आज पिपरिया शहीद भगत सिंह कालेज में प्रबंधन को अपनी समस्याएं बताई । इन छात्राओं का कहना है कि उनके गांव में 8 वी तक ही अध्यन करने के लिए स्कूल हैं जिसके बाद वो पिपरिया के शासकीय गर्ल्स स्कूल आ गईं वहां से उन्होंने बारहवीं पास की अब जब कालेज में एडमिशन लेने आई तो उन्हें पता चला कि उन्हें शासन की योजनाओं का लाभ इसलिए नही मिल सकता कि वो गांव में नही पढ़ी । जबकि शहरी छेत्र की बेटियों के लिए बनाई योजना का लाभ उन्हें इसलिए नही मिल सकता कि उनके दस्तावेज में गांव की रहने वाली हैं ।

वहीं इस मामले में कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष पुष्पराज पटेल कहते हैं इस तरह के नियमों में उलझकर न जाने मप्र की कितनी पात्र छात्राओं को योजना से सालों से वंचित होना पड़ रहा है । ग्रामीण अंचल में स्कूल सिर्फ आठवी दसवीं तक हैं जिसकी वजह से शहरी छेत्र में पढ़ाई के लिए बेटियां शहरी छेत्र में आतीं है पर यूनिवर्सिटी के इन नियमों के चलते इन जेसी छात्राओं को लाभ नही मिल पाता । गरीब बेटियों को पढ़ाई में जो आर्थिक मदद की बात सरकार करती है वो सिर्फ दिखावा है और कुछ नही ।

वहीं जब इस मामले में कालेज प्रबंधन से बात की तो प्राचार्य ने बताया नए सर्कुलर में ये दिक्कत है इसे हम दिखवाते हैं जो भी हो सकेगा वो इन छात्राओं की मदद करेंगे ।