के के दुबे ग्वालियर ब्यूरो – ग्वालियर चंबल संभाग के भिंड मुरैना में भारी मात्रा में सिंथेटिक दूध बनाने वाली बड़ी बड़ी फैक्ट्रियों के पर्दाफाश होने के बाद अब ग्वालियर दुग्ध संघ साँची ने संभाग के करीब 200 दूध सप्लाई करने वाली सोसायटियों को ब्लेक लिस्टेड किया है …
ग्वालियर चंबल संभाग के भिंड मुरैना में एक के बाद एक नकली दूध बनाने की फैक्ट्रियों के पकड़े जाने के बाद अब ग्वालियर दुग्ध संघ सांची ने छेत्र की 200 दूध सप्लाई करने वाली सोसायटियों को ब्लेक लिस्टेड किया हैं जो मिलावट के इस कारोबार में लिप्त पाई गई । दूध के नाम पर सफेद जहर बनाने का काला कारोबार मुरैना और भिंड जिले में लंबे समय से चल रहा था । अब इसकी आंच ग्वालियर में भी दिखाई देने लगी है । ग्वालियर दुग्ध संघ प्रबंधन ने ग्वालियर दुग्ध संघ के बानमोर स्थित प्लांट पर मुरैना भिंड की दूध सप्लाई करने वाली 200 सोसायटीओं को दुग्ध संघ में ब्लैक लिस्ट कर दिया है । यह बड़ी कार्रवाई भिंड और मुरैना जिले में नकली दूध बनाने वालों के ठिकानों पर एसटीएफ की छापामार कार्रवाई के बाद हुए पर्दाफाश के बाद की गई है ।
इसकी भी होनी चाहिए जाँच …
भिंड मुरैना की कई दुग्ध फैक्ट्रियों पर छापामार कार्यवाही से भारी मात्रा में जहरीले दूध बनाने के खेल का पर्दाफाश हुआ है । इन जिलों की 200 के करीब सोसायटियों से पूर्व में भी साँची तक मिलावटी जहरीला दूध पहुंचाया जाता था । अब जबकि इन जहरीली फैक्ट्रियों का पर्दाफाश होने के बाद साँची ने इन्हे बेन कर दिया पर क्या पूर्व में ग्वालियर दुग्ध संघ के कर्मचारियों की मिली भगत से सोसायटियों से मिलावटी जहरीला दूध सांची तक पहुंचाया जाता था क्या ? आम जनता की सेहत से जुड़ा मामला होने के चलते क्या ग्वालियर दुग्ध संघ और प्रदेश सरकार इसकी जाँच करवाएगी ।