प्रदेश में गर्मी के तेवर तीखे हो गए हैं। शनिवार को प्रदेश में सबसे अधिक 43 डिग्री सेल्सियस तापमान खंडवा और खरगोन में दर्ज किया गया है। पचमढ़ी में सबसे कम गर्मी रही है। प्रदेश में मौसम विभाग ने 19 मई तक भीषण गर्मी का अलर्ट जारी कर दिया है…..

प्रदेश में टक धूप के साथ पारा तेजी से चढ़ने लगा है। गर्मी से लोग एक बार फिर बेहाल नजर आ रहे हैं। मौसम विभाग ने भी 19 मई तक भीषण गर्मी का अलर्ट जारी कर दिया है। 25 अप्रैल से प्रदेश में गर्म हवाएं चलेंगी ,हालांकि, इंदौर और भोपाल समेत कुछ अन्य इलाकों में लू से राहत रहेगी। ​इन दिनों में पारा 45 डिग्री के पार जाने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि गुजरात, राजस्थान में तपिश बढ़ गई है। आईएमडी की मानें तो इस दौरान तीन दिन 27 अप्रैल तक लगातार एमपी में 20 जिलों में हीट वेव चलेगी। हालांकि इंदौर और भोपाल समेत कुछ अन्य इलाकों में लू से राहत मिल सकती है। लेकिन यहां गर्मी धीरे-धीरे बढ़ेगी। मौसम वैज्ञानियों की मानें तो 19 मई तक गर्मी इसी तरह सताएगी। ऐसे में पारा 45 डिग्री के पार जा सकता है।

मौसम विभाग के अनुसार 26 अप्रैल के बाद प्रदेश में एक बार फिर से तेजी से पारा बढ़ सकता है। बीते 24 घंटे की बात करें तो राजधानी भोपाल का अधिकतम तापमान 41 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक रहा है। वहीं, न्यूनतम पारा 25.4 डिग्री रहा है। खंडवा-खरगोन सबसे ज्यादा गर्म रहे है। यहां पारा 43 डिग्री रहा है। ग्वालियर और जबलपुर का तापमान भी 41 डिग्री सेल्सियस रहा है। वहीं, इंदौर में 40 डिग्री के नीचे ही पारा रहा है। यहां अधिकतम पारा 39.4 डिग्री और न्यूनतम पारा 22.4 डिग्री दर्ज किया गया है। पचमढ़ी में सबसे कम गर्मी रही, यहां का अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रहा है। वहीं खजुराहो, नर्मदापुरम और नौगांव की बात करें यहां तापमान 45 डिग्री तापमान पहुंच चुका है।

गर्मी के कारण दिन के समय जरूरी होने पर ही लोग घर से बाहर निकल रहे हैं। मुख्य बाजारों को छोड़ दें तो शेष शहर में दोपहर में सन्नाटा ही पसरा नजर आ रहा है। शाम ढलने के बाद जरूर कुछ रौनक नजर आ रही है। शाम के समय शीतलपेय, आइसक्रीम आदि की बिक्री भी जमकर हो रही है। शीतलपेय की दुकानों पर शाम होते ही भीड़ नजर आती है।

लू से बचने के के उपाय….

लू से बचने के लिए दिन के समय बेहद जरूरी होने पर ही बाहर निकलें। सुबह 10 बजे के बाद गर्म हवाओं का प्रकोप बढ़ जाता है। इसलिए जरूरी काम सुबह ही निपटा लें।

घर से बाहर निकलते समय पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। खाली पेट घर से बाहर न जाएं। इससे लू लगने का खतरा बढ़ जाता है।

दिन में कम से कम 12 से 15 गिलास पानी जरूर पिएं। लू से बचाव के लिए देशी घरेलू उपाय अपनाएं।

बाहर निकलते समय सूती कपड़े से चेहरा और सिर ढं;ककर रखें तथा पानी साथ में जरूर रखें। पहनने के लिए सूती कपड़ों का अधिक उपयोग करें।

मट्ठा, कैरी का पना, गन्ने का रस, नीबू पानी आदि का सेवन करें।

अगर लू के लक्षण जैसे मिचली आना, गला सूखना तथा बुखार होने पर तत्काल डाक्टर से संपर्क करके उचित उपचार कराएं।