संजय दुबे होशंगाबाद – रेत के अवैध कारोबार के मामले में प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने भाजपा को बहुत पीछे छोड़ दिया है । अब तो इस अवैध धंधे को लेकर अधिकारियों में ही तू-तू-मैं-मैं शुरू हो गई है । आरोप है कि होशंगाबाद कलेक्टर शीलेंद्र सिंह ने अवैध रेत भण्डारण के खिलाफ कार्रवाई करने मौके पर गए एसडीएम रविश श्रीवास्तव को रात 12 बजे अपने बंगले पर बुलाया और तीन घंटे तक बंधक बनाकर रखा। बात यही खत्म नही हुई sdm को आनन फानन में कलेक्ट्रेड अटेच कर दिया । अब मामले ने तूल पकड़ लिया …
होशंगाबाद अवैध रेत परिवहन के मुद्दे पर गुरुवार देर रात होशंगाबाद कलेक्टर शीलेंद्र सिंह की एसडीएम रवीश श्रीवास्तव (डिप्टी कलेक्टर) से जमकर तू-तू-मैं-मैं हुई । रेत डंपरों पर कार्रवाई करने गए एसडीएम को नाराज कलेक्टर ने पहले अपने बंगले पर बुलाया। फिर ऑफिसर्स क्लब की फाइल नहीं देने के साथ ही भाजपा नेता के रेत स्टॉक के बाहर खड़े डंपरों पर कार्रवाई को लेकर एसडीएम से सवाल पूछे । जब बहस बढ़ गई तो कलेक्टर ने एसडीएम को पद से हटा दिया। उनसे सरकारी गाड़ी वापस ले ली । ये मामला इस समय सोसल मीडिया पर छाया हुआ है । कलेक्टर sdm इस पूरे मामले से मीडिया से बच रहे हैं । वहीं sdm श्रीवास्तव ने इसकी शिकायत मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव को भेज दी है। मप्र में पहला मामला है जब अवैध रेत व्यापार को लेकर दो अधिकारियों की लड़ाई इस तरह सड़क पर आई है। एसडीएम ने जब इसकी लिखित शिकायत प्रमुख सचिव कार्मिक से की तो बात भोपाल में मंत्रालय तक पहुंच गई। दबाव बढ़ा और तीन घंटे बाद कलेक्टर ने एसडीएम को बंगले से पैदल ही जाने दिया । कलेक्टर ने पूरी रिपोर्ट संभागायुक्त को भेजी, जिस पर एसडीएम को नोटिस दे दिया गया। फिलहाल श्रीवास्तव छुट्टी पर चले गए हैं । उनकी जगह रात में ही आदित्य रिछारिया को नया एसडीएम बना दिया गया । बताया गया है कि घटना के वक्त एडीएम केडी त्रिपाठी, तहसीलदार शैलेंद्र सिंह बड़ाेनिया, नायब तहसीलदार ललित सोनी सहित लिपिक और ड्राइवर कलेक्टर बंगले पर मौजूद थे ।
क्या कहते है विवाद पर अधिकारी –
कलेक्टर शीलेंद्र सिंह – हाईकाेर्ट में ऑफिसर्स क्लब की जमीन का मामला विचाराधीन है। महाधिवक्ता ने इसकी फाइल बुलाई थी । एसडीएम को फाइल तहसीलदार काे देने के लिए कहा था । गुरुवार देर रात तक जब फाइल नहीं दी तो तहसीलदार, एसडीएम को पूछताछ के लिए बुलाया था । एसडीएम के खिलाफ कई शिकायत पहले भी मिली हैं । घर कोई मिलने आए और बाहर जाकर खुद को बंधक कहने लगे तो उसमें मैं क्या कर सकता हूं ।
एसडीएम श्रीवास्तव – पूरे प्रदेश में खनिज पोर्टल बंद करने के निर्देश के बाद भी एक ही फर्म का परमिशन चालू था । इसकी जांच करने गया था । खनिज इंस्पेक्टर और नायब तहसीलदार समेत खनिज अमले काे भी बुलाया था काेई नहीं आया। कार्रवाई करने से पहले ही कलेक्टर ने बंगले पर बुला लिया।
मंत्री पीसी शर्मा – रेत या अन्य मामलों को लेकर कलेक्टर और एसडीएम के बीच हुआ यह विवाद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह प्रशासनिक विफलता है। मुख्यमंत्री से इस मामले को लेकर चर्चा की जाएगी। विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार है।
शिवराज सिंह चौहान – पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल है । अफसर शाही हावी है । रेत का खेल अब अधिकारियों को बंधक बनाने तक पहुंच चुका है । कलेक्टर पर कार्यवाही होनी चाहिये ।