संजय दुबे – पिपरिया बनखेड़ी में इन दिनों अवैध पैथोलॉजियो की बाढ़ आ गई है । दोनों शहरो में तीन दर्जन अवैध पैथोलॉजी बीमार मरीजों को लूटने में लगी हैं , हैरत की बात तो ये है कि प्रशासन इन पर अंकुश लगाने में नाकाम है …

पिपरिया बनखेड़ी शहर की हर गली में एक अवैध पैथोलॉजी संचालित हो रही है । इन पैथोलाजी लेब में हर तरह के टेस्ट उपलब्ध हैं। इन लेबो को ऐसे लोग चला रहे है जिनके पास न कोई डिग्री है न कोई प्रमाण पत्र । इन लेबो में शासन के नियम भी हवा होते देखे जा सकते हैं । पैथोलाजी के नाम पर मलेरिया टाइफाइड डेंगू से लेकर ब्लड टेस्ट यहां तक कि थायराइड तक टेस्ट किये जा रहे हैं। बनखेड़ी ओर पिपरिया में इस समय तीन दर्जन से ज्यादा लेब चल रही है ।
मरीजों को लूटने में लगी …
अवैध रूप से संचालित पैथोलाजी लैबों में मरीजों की बीमारी का पता करने के टेस्ट 70 रु से लेकर 2 हजार तक ले रहे हैं । मरीजों को लूटने में कोई कसर नही छोड़ रहे । मरीज को इन लैबों में न तो बेहतर साफ सफाई मिलती है और न ही इनकी रिपोर्ट पर कोई डिग्री धारी डॉक्टर के दस्खत होते हैं । मरीजो की इनके द्वारा ढ़ी गई रिपिर्टस को जबलपुर भोपाल के डॉक्टर सिरे से नकार देते हैं । उसके बाबजूद इनकी दुकाने बदस्तूर जारी हैं ।
स्वास्थ्य विभाग क्या कहता है …
इस मामले में पिपरिया बी एम ओ शासकीय सिविल अस्पताल के श्री ए के अग्रवाल का कहना है कि इस तरह की पैथोलाजी लेब को लेब टेक्नीशियन चला रहे हैं । इन लेब का कोई रजिस्ट्रेशन नही होता । शिकायते मिलने पर कार्यवाही की जाती है ।
एक लेब की दिन भर की कमाई 20 हजार तक …
पिपरिया बनखेड़ी में संचालित इन अवैध लेबो में इन दिनों मरीजों की लंबी लम्बी लाइने देखी जा सकती है । नाम न छापने की शर्त पर एक लेब कर्मचारी ने बताया कि प्रतिदिन 15 से 20 हजार का व्यवसाय हो जाता है । एक मरीज का टेस्ट मिनिमम 200 रुपये तक होता है । कई मरीजों से 500 से हजार रुपया तक लेते हैं ।

अगले अंक में पढ़िए शासकीय नोकरी ओर प्रायवेट पैथोलाजी का जाल … बने रहिये राजधानी न्यूज़ के साथ । हम करेंगे पैथॉलाजी लैबों का पर्दाफाश