आशीष रावत….प्रदेश की चंबल नदी में घड़ियालों के लिए रिजर्व क्षेत्र में अवैध रेत उत्खनन हो रहा है यह बात पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहते हुए आगे लिखा कि यह सब बहुत भयानक एवं शासन के लिए चुनौती है….
शराब बंदी के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री ने चंबल नदी में अवैध उत्खनन को लेकर अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूर्व सीएम उमा भारती धौलपुर से मुरैना आते समय खुद जब चंबल के प्रतिबंधित घड़ियाल अभयारण्य क्षेत्र में रेत के अवैध उत्खनन में जुटे वाहनों की कतार देखी तो अचरज में पड़ गईं । उन्होंने न सिर्फ इस मुद्दे पर गुरुवार रात लगातार ट्वीट किए बल्कि सीएम के सामने यह मुद्दा उठाने की बात भी कही है।
उमा भारती ने गुरुवार को एक के बाद एक पांच ट्वीट किए कि मुरैना जिले के अजनोद गांव में अवैध उत्खनन हो रहा है।आगे लिखा कि पता लगा कि यहां खनन हो रहा है । मुझे लगा कि यह वैध होगा लेकिन पता लगा कि यह तो घड़ियालों के लिए रिजर्व एरिया है और यह पूरा खनन अवैध है । यह सब बहुत भयानक एवं शासन के लिए चुनौती है । जो मैंने देखा है वह किसी भी शासन के होते हुए ऐसा नहीं हो सकता ।
सीएम से बात कर रोक लगाने को कहूंगी ….
पूर्व सीएम ने कहा कि मैं कल ही सुबह मुख्यमंत्री से इस विषय पर बात करूंगी एवं तुरंत रोक लगाने के लिए कहूंगी । क्योंकि ऐसी घटनाओं एवं ऐसे दृश्यों से शासन का अस्तित्व कोई नहीं मानेगा । यह तो निरी अराजकता है । इस पर तुरंत कठोरता से रोक लगानी चाहिए ।
वही प्रदेश सरकार की बात की जाए तो मप्र में चाहे वो चंबल नदी हो या मप्र की जीवनदायनी नर्मदा नदी हो अवेध उत्खनन पर प्रभावी रोक लगाने में सरकार नाकाम सिद्ध हुई है । अब तो प्रदेश की छोटी छोटी नदियों से भी बड़े पैमाने पर अवेध उत्खनन बदस्तूर जारी है । प्रदेश में एक बड़ा सिंडीकेट इस समय हावी है जिसे तोड़ पाने में प्रदेश सरकार विफल साबित हो रही है ।