नीलेंद्र मिश्रा भोपाल ब्यूरो – मध्यप्रदेश में भारी बारिश के बाद नादी-नाले उफान पर हैं । प्रदेश में बारिश का दौर फिर शुरू हो सकता है । मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में 31 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई है । भारी बारिश के चलते मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है …
प्रदेश के कुछ हिस्सों में अच्छी बारिश होने का अनुमान है । मौसम विभाग की मानें तो बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम सक्रिय हुआ है । जिसके चलते अभी बारिश का दौर जारी रहेगा । इसके अलावा कुछ जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है । वहीं बाकी जिलों में बादल छाए रहने और हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है ।अब तक प्रदेश के 12 जिलाें में सामान्य से 40 से लेकर 118 फीसदी तक ज्यादा बारिश हाे चुकी है । सिर्फ चार जिलाें अनूपपुर, कटनी, शहडाेल अाैर सीधी में ही सामान्य से कम बारिश हुई है । बाकी 48 जिलाें में सामान्य या उससे ज्यादा बारिश हाे चुकी है ।
हाेशंगाबाद – तवा डैम के सभी 13 गेट खोले गए । सभी गेट 7-7 फीट खोलकर 1 लाख 51 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है । 3 साल बाद तवा डैम के सभी 13 गेट खुले जिन्हें देखने के लिए सैलानी भी काफी संख्य में पहुंच रहे हैं । अभी नर्मदा का जलस्तर 950 फीट है ।
टीकमगढ़ – माताटीला डेम द्वारा 2.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बेतवा एवं जामनी नदी उफान पर आ गई । इनके आसपास बसे गांवो में बाढ़ जैसे हालात है ।
पृथ्वीपुर – के पास चार युवक मंदिर पर फंस गए ।
खंडवा – इंदिरा सागर बांध के 12 गेट खुले गए हैं ।
ओंकारेश्वर – ओम्कारेश्वर बांध के 14 गेट खुले हैं ।
खरगोन – नर्मदा में बांधों से 10 हजार क्यूसेक मीटर पानी छोड़ने के बाद खरगोन जिले में भी नर्मदा नदी उफान पर है । हालात यह है कि महेश्वर में नर्मदा का पानी अहिल्या घाट तक पहुंच गया है । जिससे निचले घाट पूरी तरह से डूब गए है। बड़वाह स्थित नावघाट खेड़ी में नर्मदा नदी के उफान पर आने के बाद घाट पर स्थित मंदिर भी आधे डूब गए हैं ।
अशोकनगर – रानी लक्ष्मी बाई राजघाट डैम के 8 गेट खोल दिए गए हैं। जहां ढाई लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है। पुल से 6 फीट ऊपर पानी बहने से उत्तरप्रदेश से संपर्क टूट गया हैं ।
छिंदवाड़ा – जिले में मूसलाधार बारिश के चलते अधिकांश जगह मार्ग बंद हो गए हैं , अमरवाड़ा से धनोरा मार्ग पर बना पुल पानी में बह गया । 12 घंटों में छिंदवाड़ा जिले से लगे प्रमुख मार्ग कई बार खुले और कई बार बंद हुए । छिंदवाड़ा से नागपुर रोड पर रामा कोना के पास पुलिया के ऊपर से पानी बह रहा है । तो परासिया से तामिया मार्ग में भूस्खलन होने से आवाजाही बंद बताई जा रही है। बारिश को देखते हुए माचागोरा जलाशय के 4 गेट खोले गए हैं । जिसके बाद पेंच नदी में अचानक जलस्तर बढ़ा है। वहीं सिंगोड़ी के पास पेज नदी पूरे उफान में बह रही है।
भाेपाल – कोलार डैम के २ गेट खुले गए , राजधानी में अब तक 120.12 सेमी बारिश हाे चुकी है ।
जबलपुर – जबलपुर के
बरगी बांध के कुल 21 में से 15 गेट खोले गए हैं । एक एक मीटर खोले गए गेट । बांध के ऊपरी क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश से नर्मदा उफान पर हैं । विश्वप्रसिद्ध धुंआधार जलप्रपात भी हुआ जलमग्न । भेड़ाघांट में सैलानियों की उमड़ रही भीड़ । नर्मदा के निचले क्षेत्र में प्रशासन ने दी सतर्क रहने की सलाह ।
बैतूल – बैतूल जिले में लागातार हो रही बारिश के कारण आस पास की नदी नाले उफान पर आ गए हैं । जिसकी वजह से जिला मुख्यायल से लोगो का संपर्क टूट सा गया है । वही आमला नदी में बाढ़ आ जाने से संजीवनी 108 बाढ़ में फस गई । ग्राम गोहची धाना में गाँव मे करीब 8 लोगे बीमार होने की सूचना गाँव की आशा कार्यकर्ता ने 108 पर दी 108 आमला पहुची भी लेकिन आमला मार्ग में संतोषी माता की पुलिया पर बाढ़ आने की वजह से 108 ग्राम तक नही पहुच पाई घंटो इंतजार करने पर भी बाढ़ का पानी उतरने का नाम नही ले रहा है । मजबूरन 108 को खाली ही लौटना पड़ा । हालात बैतूल जिले ऐसे बने हुए है कि हर तरफ बाढ़ के आ जाने से जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है । वही आवागमन भी बाधित हो रहा जिससे मरीजो को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है । बारिश की वजह से बैतूल में सभी तहसील की एम्बुलेंस ग्रामीण क्षेत्र से मरीजो को अस्पताल लाने में असमर्थ है ।
सागर – सागर जिले में भी भारी बारिश से नदी नाले उफान पर हैं ।
बाईक से पत्नि को लेने ससुराल जा रहे युवक की नदी में बहने से मौत हो गई । बंडा थाना अंतर्गत ग्राम गनयारी के पास बनी नदी के पास मिला शव । रविवार की शाम को उफनती नदी पार करते वक्त बह गया था युवक ।