आशीष रावत….रक्षाबंधन के लिए बाजार रंग-बिरंगी राखियों से सजकर तैयार हो गया है। रक्षाबंधन के लिए कम दिन शेष रहने पर बाजार में खासी रौनक बनी हुई है…..
भाई-बहन के पवित्र प्रेम के पर्व राखी को लेकर बाजार में चहल-पहल बढ़ गयी है। दूर रहने वाले भाई को भेजने के लिए बहनें खरीदारी करने लगीं हैं। बाजार में 10 से लेकर ढाई सौ रुपए तक की राखी की डिमांड सबसे ज्यादा है। हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में कीमत में 20 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। अपने भैया की कलाई पर सबसे बेहतरीन राखी बांधने के लिए बहनें उसकी तलाश में एक दुकान से दूसरी दुकान का चक्कर लगा रही हैं। लिहाजा बाजार गुलजार हो रहा है। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लगाए गए लॉकडउन की वजह से पिछले दो साल व्यापार पर खासा असर पड़ा था।
हर वेरायटी की राखी उपलब्ध….
बाजार में राखियों की दुकानें सजी है, जहां हर वर्ग के लिए राखियों की वैरायटी उपलब्ध है जो लोगों को लुभा रही है। वैसे ठेला,फुटपाथ व अस्थायी दुकानों पर बिक्री के लिए विभिन्न प्रकार की राखियां सजी हुई है। इस दुकानों में दस रुपए से लेकर दो सौ रुपये कीमत की राखियां बिक रही है। सोने-चांदी की राखी की भी बिक्री हो रही है। आभूषण विक्रेताओं के यहां पर भी नई-नई डिजाइन में सोने-चांदी की आकर्षक राखियां बाजार में उपलब्ध है। हर बार की तरह सबसे ज्यादा फैंसी राखियां ही पसंद की जा रही हैं।
बसों ट्रेनों में भी बढ़ने लगी भीड़….
रक्षाबंधन त्यौहार नजदीक आते ट्रेनों बसों में यात्रियों की भीड बढ़ने लगी है। प्रतिदिन बडी संख्या में यात्री आवागमन कर रहे है। रक्षा बंधन के एक सप्ताह पूर्व से ही बहिनों का अपने मायके आने जाने का दौर शुरू हो गया । जिससे ट्रेन सहित बसों में यात्रियों की भीड़ देखने को मिल रही है। शनिवार को ही सभी बसें तथा ट्रेने भरी हुई आ रही थी। सबसे ज्यादा रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड पर महिलाओं की भीड़ देखी जा रही है। रक्षाबंधन पर्व के दो दिन बाद तक आना-जाना जारी रहता है । जिससे निजी वाहनों सहित ट्रेन व बसों में जमकर भीड़ बनी हुई है। रेलवे स्टेशन पर सुबह से लेकर शाम तक बड़ी संख्या में महिला यात्रियों का आवागमन हो रहा है।
डाक से भेजी जा रही राखियां…..
राखी विक्रेता रफीक खान ने बताया कि कम वजन वाली राखी की डिमांड बनी हुई है, क्योंकि कई महिलाएं अपने मायके नहीं जा पाने पर कोरियर करने के लिए राखियां खरीदी रही हैं। यह राखी आकर्षक होने के पंसद की जा रही है। रेशम की राखियां भी डाक व कोरियर से भेजने के लिए खरीदी जा रही हैं।