अशोक सोनी बुरहानपुर ब्यूरो – बुरहानपुर में एक महिला को सड़क किनारे बच्चे को जन्म देना पड़ा । ये घटना दूर देहात के किसी गांव की नहीं बल्कि बुरहानपुर शहर की है …
मध्यप्रदेश के बुरहानपुर की कमला नाम की महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई । ऐसे में महिला के परिजनों ने तुरंत सरकारी एम्बुलेंस सेवा जननी एक्सप्रेस से संपर्क किया और गर्भवती कमला को अस्पताल ले जाने की गुहार लगाई । काफी इंतजार करने के बाद भी सरकारी एम्बुलेंस नहीं पहुंची थी । ऐसे में कमला के पति के पास केवल एक ही विकल्प रह गया । उसने कमला को अपनी मोटरसाइकिल पर ही बैठाकर अस्पताल ले जाने का फैसला किया । लेकिन ऊबड-खाबड़ रास्ते से मोटरसाइकिल का सफर गर्भवती कमला से बर्दाश्त नहीं हुआ और रास्ते में ही प्रसव पीड़ा चरम पर पहुंच गई । आखिरकार कमला को अस्पताल के रास्ते में ही सड़क के किनारे बच्चे को जन्म देना पड़ा । कमला और उसके नवजात शिशु को उसके परिजन जैसे तैसे नजदीक के शाहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र तक ले लाय जहां अस्पताल में डॉक्टर ने कमला और उसके नवजात शिशु की जांच की और बताया कि जच्चा और बच्चा दोनों ही पूरी तरह से स्वस्थ है । एम्बुलेंस न मिलने के कारण गर्भवती महिला के अस्पताल न पहुंच पाने का ये कोई पहला मामला नहीं है । इससे पहले भी प्रदेश के कई हिस्सों से इस तरह की खबरें आती रही है । जननी एक्सप्रेस व अन्य सरकारी एम्बुलेंस सेवा में सुधार का दावा भले ही किया जाता हो लेकिन इस प्रकार की घटनाएं सरकारी तंत्र की पोल खोल ही देती हैं । ऐसे में अगर जच्चा बच्चा को कुछ हो जाता तो कौन जबाबदार होता ?