नीलेंद्र मिश्रा भोपाल ब्यूरो – मध्य प्रदेश एसटीएफ ने बांग्लादेश से सप्लाई हो रहे ड्रग्स से जुड़े तस्करों को गिरफ्तार किया है , जिसके नशे से अपराधियों को सीरियल क्राइम जैसी वारदात करने की ताकत मिलती है …
मध्य प्रदेश एसटीएफ को इंटेलिजेस से इनपुट मिला था कि भोपाल में सबसे हाईटेक ड्रग्स की सप्लाई हो रही है । इसी इनपुट के आधार पर एसटीएफ की टीम ने जानकारियां जुटाई और मुखबिर की सूचना पर भोपाल रेलवे स्टेशन के पास से एक महिला और उसके बेटे को गिरफ्तार किया । आरोपियों की पहचान मंदसौर निवासी यासमीन और शाबिर हुसैन के रूप में हुई है । आरोपियों के पास से तीन किलो अल्फाजोलम नाम का ड्रग्स बरामद हुआ । इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में तीन करोड़ आंकी गई है । उज्जैन में सबसे पहले 2003 में आरोपी महिला को गिरफ्तार किया गया था । इसके बाद उसे बिहार में पकड़ा गया था । आठ महीने जेल में सजा काटने के बाद महिला जमानत पर बाहर आई थी । उसे ड्रग्स की सप्लाई करने के बाद करीब तीन से चार लाख रुपए मिलते थे । इस ड्रग्स की सप्लाई के तार दूसरे देश से जुड़े होने की वजह से एसटीएफ ने मामले की जानकारी केंद्रीय एजेंसियों को भेजी है । वहीं आरोपी महिला और उसके बेटे से पूछताछ की जा रही है । पुलिस और एसटीएफ की टीम को बनारस में ड्रग्स की डिलेवरी लेने वाले आरोपी का पता चला है । इसके साथ ही दूसरे राज्यों से जुड़े तस्करों की जानकारी भी मिली है। एसटीएफ ने दूसरे राज्यों की पुलिस के साथ भी मामले से जुड़ी जानकारियों को साझा किया है । इस मामले में जल्द ही बड़े खुलासे होने की संभावना है ।
अल्फाजोलम ड्रग्स क्या हे ? … चरस, अफीम, गांजा समेत दूसरे ड्रग्स से अल्फाजोलम ड्रग्स को सबसे ज्यादा हाईटेक माना जाता है । दूसरे ड्रग्स व्यक्ति को डिप्रेशन की तरफ ले जाते हैं । लेकिन अल्फाजोलम से अपराधियों को नई ताकत मिलती है और उसे किसी का डर नहीं रहता है । इस ड्रग्स का नशा दो दिनों तक रहता है। इस ड्रग्स के सेवन करने से दिमाग में सीरियल अपराध करने की सनक चढ़ती है । जिससे अपराधी सीरियल अपराध करने के लिए आमादा हो जाता है । इस हाईटेक ड्रग्स के तस्कर राजस्थान, यूपी, महाराष्ट्र, मुंबई, बिहार और मध्यप्रदेश में सक्रिय हैं । तीन सालों में भोपाल, इंदौर समेत बड़े शहरों में इसकी डिमांड बढ़ी है । रेव पार्टी के साथ अपराधियों में इसकी डिमांड सबसे ज्यादा है । 3 साल पहले अल्फाजोलम ड्रग्स की वजह से इंदौर में सीरियल क्राइम का ग्राफ बढ़ा था । उस दौरान इंदौर में फोजा नाम के बदमाश ने इस ड्रग्स को लेने के बाद सीरियल चाकूबाजी की और छह लोगों को घायल किया था । जिसमें से तीन लोगों की मौत हो गई थी । इंदौर पुलिस ने तीन साल पहले करीब 80 ऐसे बदमाशों को पकड़ा था । जिन्होंने अल्फाजोलम ड्रग्स लेने के बाद सीरियल चाकूबाजी, फायरिंग जैसी वारदातों को अंजाम दिया था ।