संजय दुबे भोपाल भाजपा द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए राजगढ़, शाजापुर,आगर, गुना एवं शिवपुरी जिले की 19 विधानसभा सीटों पर जो उम्मीदवार घोषित किए हैं उनमें अधिकांश सीटों पर पिछड़े वर्ग के उम्मीदवार उतारे हैं वही एक भी ब्राह्मण उम्मीदवार को भाजपा द्वारा प्रत्याशी नहीं बनाए जाने के कारण क्षेत्र में असंतोष पनप रहा है । भाजपा द्वारा जो उम्मीदवार घोषित किए हैं उससे भाजपा सवर्णों और ब्राम्हणों के निशाने पर आ गई है …
कभी हर जिले में ब्राम्हणों को टिकिट देने वाली भाजपा की सूची में आज दूर दूर तक ब्राम्हणों का नामो निशान नहीं है । वहीं भाजपा की ब्राह्मण उम्मीदवारों की अनदेखी कहीं भारी ना पड़ जाए ।
सवर्णों की अनदेखी कर पिछड़ों को साधने की कवायद
विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जो उम्मीदवारों की सूची जारी की है उसमें से राजगढ़ जिले की ब्यावरा सीट पर अभी उम्मीदवार घोषित नहीं हुआ है । पहले जहां राजगढ़ से हरिचरण तिवारी, रघुनंदन शर्मा विधायक रहे वहां से इस बार अमर यादव भाजपा के उम्मीदवार हैं, नरसिंहगढ़ से दो बार विधायक रहे मोहन शर्मा के स्थान पर राज्यवर्धन सिंहको भाजपा ने प्रत्याशी बनाया है, खिलचीपुर विधानसभा में दिनेश पुरोहित की अनदेखी कर हजारी दांगी को टिकिट दी है । राजगढ़ जिले की ब्यावरा सीट जहां से भाजपा ने उम्मीदवार घोषित नहीं किया है । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पसंद अशोक त्रिपाठी हैं ब्यावरा विधानसभा सीट ही एकमात्र ऐसी सीट है जहां पर भाजपा ब्राह्मण उम्मीदवार उतार सकती है । भाजपा द्वारा 5 जिलों की 19 सीटों में से 15 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए जा चुके हैं उन पर यदि नजर डालें तो शाहजहांपुर की 3 सीटों पर पिछड़े वर्ग का उम्मीदवार ही प्रत्याशी बनेगा महज राजगढ़ जिले की ब्यावरा सीट ही ऐसी है जहां पर ब्राह्मण इस बार बनता है तो इन 5 जिलों में मतदाताओं का झुकाव भाजपा की तरफ रहेगा । वहीं इस चुनाव में सपाक्स के मैदान में कूदने के कारण परिस्थितियां बदली हुई है और भाजपा ने महज पिछड़ों पर ही ज्यादा भरोसा किया है । भाजपा के लिए परेशानी का सबब ना बन जाए । ब्यावरा सीट पर भाजपा की ओर से कौन उम्मीदवार होगा को लेकर संशय बरकरार है । इन 5 जिलों की 19 विधानसभा सीटों में से चार सीटें सोंधिया बहुल्य हैं परंतु 19 विधानसभा सीटों पर ही ब्राह्मण समाज की बहुलता है ऐसे में यदि भाजपा ब्यावरा से अशोक त्रिपाठी को प्रत्याशी बनाती है तो ब्राह्मण समाज के डैमेज को काटने में भाजपा सफल रहेगी । वही ब्यावरा सीट पर भाजपा के लिए दावेदारी पेश कर रहे अधिकांश उम्मीदवारों की अशोक त्रिपाठी के नाम पर सहमति की बात कही जा रही है । 15 सीटों पर भाजपा ने अभी जो प्रत्याशी घोषित किए हैं उनमें से पिछड़े वर्ग से 9, आरक्षित 4 दो पर सामान्य उम्मीदवार घोषित किए हैं वह भी सामंतवादी हैं शाजापुर जिले की 3 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार ही होंगे महज राजगढ़ जिले की ब्यावरा सीट पर ब्राह्मण प्रत्याशी घोषित करने से ब्राह्मण मतदाताओं का भाजपा की ओर झुकाव रहेगा। अभी तक जो परिदृश्य सामने है उसके हिसाब से भाजपा ने पिछड़ों को साधने की कवायद की है जो कहीं ना कहीं इस ओर इशारा करती है कि सामान्य मतदाताओं के पास से दूर जाने की दशा में पिक्षणों को साथ लाया जाए । ब्राह्मण मतदाताओं की अनदेखी भाजपा को भारी ना पड़ जाए पहले जहां इन जिलों से कई ब्राह्मण जनप्रतिनिधि रहे हैं वहीं अब एक भी ब्राह्मण नहीं जो लोगों में चर्चा का विषय है । ब्यावरा सीट जहां पर अभी प्रत्याशी घोषित होना है यदि भाजपा ब्राह्मणों की अनदेखी करती है तो भाजपा के लिए परेशानी का सबब बनेगी ।