दिनेश खेड़े खरगोन उटावद रामनगर के निवासी संजय जयसवाल ने कीटनाशक दवा पीकर आत्महत्या कर ली, मृतक के परिजनों ने पुलिस पर तीन लाख रुपये की रिश्वत मांगने और प्रताड़ना का आरोप लगाया हैं , तीन दिन पूर्व जंगल में मिली लावारिश जिलेटिन रॉड का झूठा प्रकरण बनाने का पुलिस पर परिजनो ने लगाया आरोप, कसरावद थाने के सब इस्पेक्टर आर ए यादव पर रिश्वत मांगने और प्रताड़ना का लगाया आरोप …
खरगोन विस्फोटक अधिनियम के तहत कसरावद थाने में संजय जायसवाल पर मामला पंजीबद्ध किया गया था । परिजनों ने भाई की मौत के पीछे पुलिस की प्रताड़ना से आत्महत्या करना बता रहे हैं।
मृतक संजय के भाई अजय ने बताया कि पुलिस द्वारा मेरे भाई को प्रताड़ित किया गया जिससे परेशान होकर मेरे भाई ने दवा पीली घर से बाहर 100 मीटर की दूरी पर जंगल में आबकारी विभाग को विस्फोटक छड़िया मिली थी आबकारी विभाग को जो छड़े मिली थी हमें नहीं मालूम कि वह किसकी थी । आबकारी विभाग ने बिस्फोटक राडे पुलिस को सौंपी । पुलिस ने मेरे भाई के खिलाफ 152 राडो का झूंठा केस दर्ज कर दिया था । थाने के 2 स्टार यादव ने मुझसे और भाई से तीन लाख रिश्वत मांगते हुए कहा कि मै केस को नरम कर दूंगा और तुम्हारे भाई की जमानत हो जाएगी आप पैसे लेकर आओ और गिरफ्तारी दिलवा दो अगर आप पैसे नहीं दोगे तो हम और धाराएं लगा देंगे । भैया ने इसी वजह से आत्महत्या की क्योंकि वह सामान मेरे भाई का था ही नहीं इसी टेंशन में आकर मेरे भैया ने आत्महत्या कर ली । पुलिस के आला अधिकारीयों से निष्पक्छ जाँच करते हुए दोषी अधिकारी पर कार्यवाही की मांग परिजनों ने की । 
वंही पुरे मामले में जिले के एडिशनल एस पी शशीकांत कनकने ने बताया की संजय जायसवाल के पास से विस्फोटक सामग्री उसके घर से और बाहर से प्राप्त हुई है उसी के आधार पर कसरावद थाने में केस रजिस्टर्ड किया गया था । संजय के परिजनों ने शिकायत की है जाँच की जाएगी अगर कोई अधिकारी दोषी पाया जाता है तो कार्यवाही की जाएगी ।