प्रमोद गुप्ता … सारणी मध्यप्रदेश में पॉलिथीन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के बाद भी नपा सारनी ने क्षेत्र में पॉलिथीन प्रतिबंध पर कोई रुचि नहीं दिखाई । नपा ने कार्रवाई करने की जगह आम लोगों पर ही इसकी जिम्मेदारी थोप दी है। पॉलिथीन प्रतिबंध इस व्यवस्था को लागू कर नपा चालानी कार्रवाई करे तो शहर में पूर्णता पॉलिथीन पर प्रतिबंध लगाया जा सकता है । पॉलीथिन मुक्त शहर बनाने के लिए सालों से नपा सारणी ने कोई प्रयास नही किया है , अगर प्रयास करें तो सफलता मिल सकती है। क्षेत्र में लगने वाले तीनों बाजार से कई टर्न पन्नी की खपत हर हफ्ते होती है किंतु नगर पालिका प्रशासन मौन चुप्पी साधे बैठा हुआ है । नपा की लचर कार्यप्रणाली के चलते अमानक पॉलीथिन का उपयोग बेधड़क क्षेत्र में हो रहा है।
प्रतिदिन तीन ट्राली पॉलिथीन निकलती है क्षेत्र से
नपा सारनी के 36 वार्डों है, जिसमें सफाई कर्मी लगभग 300 है, नपा के पास कचरा वाहन 14 व प्राइवेट दो, प्रतिदिन तीन ट्राली पॉलिथीन कचरा निकलता है क्षेत्र से, क्षेत्र में पॉलिथीन के बढ़ते इस्तेमाल का अंदाजा इसी से लगया जा सकता है कि नगरपालिका का सफाई अमला रोजाना शहर से तीन ट्रॉली पॉलिथीन का कचरा इकट्ठा करता है। यदि महीने का आंकलन किया जाए तो 90 ट्राली होता है । पॉलीथिन के निष्पादन को लेकर भी नपा के पास पर्याप्त इंतजाम नहीं है, जो पॉलीथिन शहर से उठाकर क्षेत्र के कोई भी कोने में फेंक दिया जाता है, वह उड़कर पुनः शहर में ही वापस आ जाती है। ऐसे में पॉलिथीन के कचरे से निपटने के लिए उचित इंतजाम नहीं होने के कारण यह लोगों के लिए एक समस्या बना हुआ है।
अभियान में भी नपा सिर्फ खानापूर्ति करती है …
अमानक पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाने के लिए नपा सारनी ने कोई भी अभियान नहीं चलाया जिसके चलते क्षेत्र की दुकानों पर बड़ी मात्रा में पन्नी का गोडाउन है, परंतु नगर पालिका ने अब तक अमानक पॉर्लीथिन जब्ती जैसी कोई कार्यवाही नहीं की, जनता की बात करें तो पॉलीथिन के इस्तेमाल को लेकर लोगों में जागरूकता नहीं आ सकी । इसका एक बड़ा कारण नपा द्वारा कार्रवाई ना करना ।
पॉलिथीन में खो गया बचपन …
पॉलीथिन को जहां हम अभिशाप मानकर इससे पीछा छुड़ाने के लिए प्रचार-प्रसार में लाखों रुपए पानी की तरह खर्च कर रहे हैं। लेकिन शहर में पॉलिथीन बीनने वाले बच्चें के लिए कोई योजना आज तक नहीं बनी है। शहर में एक अनुमान के मुताबिक एक सैकड़ा से अधिक बच्चे 36 वार्ड में पॉलिथीन बीनने का काम करते हैं। शहर के बीचों-बीच बागडोना, शॉपिंग सेंटर सारनी, पाथाखेड़ा मार्केट क्षेत्र में रहने वाले बच्चे अक्सर आपको शहर की सड़कों पर कचरे के ढेर में पन्नी बीनते हुए नजर आ जाएंगे। इन बच्चों का बचपन ही पॉलैथिन खोता जा रहा है, लेकिन आज तक इनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए कोई अभियान नहीं चलाया गया ।
इनका कहना है …
पॉलीथिन मुक्त शहर बनाने के लिए नगरपालिका द्वारा अभियान चलाया जाएगा। ताकि पॉलीथिन से बढ़ते प्रदूषण को रोका जा सके। पॉलिथीन रखने वाले व्यापारियों पर कार्यवाही की जाएगी। कार्यवाही कर पॉलीथिन के इस्तेमाल को रोका जाएगा ।
कमलेश पटेल स्वास्थ्य निरीक्षक नपा सारनी