होशंगाबाद कलेक्टर आशीष सक्सेना एक बार फिर चर्चाओं में हैं , जनसुनवाई के दौरान एक पीड़ित को पहले मिठाई खिलाने का कहकर विवादों से घिर गए हैं …
होशंगाबाद पुलिस से तंग आकर मेरी मां-बहन और पिता ने खुदकुशी कर ली, कलेक्टर बोले – जांच कराते हैं , पहले मिठाई खाओ। पीड़ित बोला मेरा परिवार उजड़ गया आप मुंह मीठा करा रहे हैं । यह वाक्य अशोका गार्डन भोपाल के निवासी राकेश बैरागी के साथ उस वक्त घटित हुआ जब वह होशंगाबाद जन सुनवाई में कलेक्टर के पास पहुंचे थे और बैरागी ने होशंगाबाद कलेक्टर को बताया 5 मई 2015 को उनके पिता ब्रजमोहन बैरागी, मां गुलाब बैरागी व बहन भारती ने दबाब में आ कर आत्महत्या कर ली पर दोषियों पर अब तक कार्यवाही नहीं हो सकी लेकिन होशंगाबाद कलेक्टर आशीष सक्सेना ने इतनी गंभीर बात को मजाकिया अंदाज में ले कर फरियादी से कहा पहले मिठाई खाओ फिर बात करते हैं ।
क्या है पूरा मामला – होशंगाबाद की सिवनी मालवा तहसील के शिवपुर ग्राम में रहने वाले बैरागी परिवार के तीन सदस्यों ने 5 मई 2015 को  आत्महत्या कर ली थी बैरागी परिवार के दूसरा बेटा बताता है कि तत्कालीन टीआई और दो सिपाहियों की प्रताड़ना से तंग आकर सामूहिक रूप से मेरे परिवार के सदस्यों ने आत्महत्या कर ली थी। लेकिन पुलिसकर्मियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, इस मामले को लेकर राकेश बैरागी लगातार जिला प्रशासन के आला अधिकारियो के चक्कर काट रहे है पर तीन वर्ष बाद भी उन्हें कोई इंसाफ नहीं मिल सका है, जब वह पुन: कलेक्टर आशीष सक्सेना से शिकायत करने जन सुनवाई में पहुंचे तो कलेक्टर साहब ने मुस्कुराकर कहा पहले मिठाई खाइये,  इससे बैरागी नाराज हो गए। बोले- मेरा परिवार उजड़ गया, आप मुंह मीठा करने की बात कह रहे हैं। दरअसल होशंगाबाद आये नए कलेक्टर आशीष सक्सेना नववर्ष पर जनसुनवाई में आने वाले परेशान लोगों की समस्याओं को गंभीरता से सुने बिना मिठाई खिलाने में ज्यादा दिलचस्पी ले रहे थे ।
वंही जब मीडिया ने इस मामले में कलेक्टर होशंगाबाद से बात की तो उनका कहना है कि मेरा वो मकसद नहीं था । आशीष सक्सेना  कलेक्टर, होशंगाबाद