आशीष रावत….. मप्र के एक जिले की खुरचन को देश की राजधानी से लेकर प्रदेश की राजधानी में तक पसंद किया जाता है , खुरचन साल के महज सर्दियों के समय ही मिलती है , खुरचन के किस्से देश की राजधानी दिल्ली में तक सुनने को मिल जाते हैं ….

नर्मदापुरम जिले के सोहागपुर की खुरचन की मिठास के देश की राजधानी से लेकर प्रदेश की राजधानी भोपाल तक दीवाने है। सोहागपुर की खुरचन नामक मिठाई सोहागपुर ही नहीं देश की राजधनी से प्रदेश राजधानी भोपाल तक के लोगो को भाता है इसका स्वाद । दूध की मलाई से बनती है ये मिठाई लोहे की कड़ाई में दूध को पकाके उसकी मलाई से इस मिठाई को तैयार किया जाता है। इस खुरचन मिठाई के लोग इतने दीवाने है की कुछ घंटो में ही सारी मिठाई बीक जाती है। दोपहर 2 बजे से शाम 6 बजे तक सारी मिठाई बीक जाती है। सोहागपुर की यह पसंदीदा मिठाई है। सोहागपुर में यह कई दुकानों में उपलब्ध है। लेकिन मूल जिसके लिए यह प्रसिद्ध वह सपना स्वीटस , अंजलि स्वीटस है।

खौलते दूध से मलाई की परत खरोंच-खरोंच कर बनता है खुरचन
खुरचन बनाने की विधि बहुत जटिल कला है। पांच लीटर दूध में एक किलो खुरचन बन जाए तो बड़ी बात है। खौलते दूध से मलाई की परत को खरोंच-खरोंच कर इस मिठाई को तैयार करना पड़ता है। दूध के ठंडा होने पर जमी परत को सींक से उतार कर थाली में रखा जाता है। इसके बाद दूध की पतली परतों के बीच कुछ खास ड्राई फूड्स डाली जाती हैं।

हमारी दुकान सपना स्वीट्स की खुरचन राजधानी दिल्ली से लेकर भोपाल तक लोग पसंद करते है। इस खुरचन को बनाने में 3 से 4 घंटे का समय लगता है। चार पीढ़ियों से खुरचन का व्यापार कर रहे हैं। रोजाना पांच-छह किलो खुरचन बिक जाती है। एक किलो खुरचन बनाने में पांच लीटर शुद्ध दूध लगता है। इसकी सर्दियों में बिक्री बड़ जाती है।
विजय अग्रवाल सपना स्वीट्स सोहागपुर