विकास पांडे जबलपुर ब्यूरो – जबलपुर में एक 12 बर्षीय बालक की नरबलि देने की कोशिश की गई ….
संस्कारधानी में एक बच्चे की नरबलि देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है । आस्था और अंधविश्वास में जमीन आसमान का फर्क है पर जनता आस्था को अंधविश्वास मानकर वो करने लगती है जिससे मानवीय भूल नहीं कहा जा सकता । इसे अपराध ही माना जाएगा ।
जबलपुर जिले के बरेला थाना अंतर्गत ग्राम करेरा में एक 12 साल के मासूम की नरबलि चढ़ाने की कोशिश का मामला सामने आया है। करोरा गांव निवासी पुरुषोत्तम मार्को का 12 साल का बेटा देवराज दादी के साथ खेत में बने मकान में रहता है । परिवार के लोग गांव में रहते हैं । 17 अक्टूबर को खेत वाले मकान पर सुबह 8.30 बजे एक युवक साइकिल से पहुंचा उसने झाड़-फूंक करने का दावा किया । इस पर देवराज की दादी प्रभावित हो गईं और उसे भोजन तक कराया । इसके बाद उक्त युवक देवराज को साथ लेकर निकल गया । देवराज की दादी को बताया कि वह आगे गांव तक ले जा रहा है । काफी देर बाद भी देवराज नहीं लौटा तो उसकी तलाश में दादी निकली । दादी गांव पहुंची तो वहां भी देवराज नहीं मिला इसके बाद दादी ने बेटे पुरुषोत्तम को पूरा मामला बताया । पूरे गांव के लोग देवराज की तलाश में जुट गए । नहीं मिलने पर दोपहर में परिजन थाने जा पहुंचे इसी बीच देवराज घर लौट आया । घर लौटे देवराज ने बताया कि साइकिल सवार उसे लेकर पहाड़ी पर गया था वहां पहले से तीन लोग मौजूद थे । वे फोन पर किसी से बलि देने की पूरी तैयारी होने की बात करने लगे इसके बाद वह भागा तो गिर पड़ा जिससे उसके पैर में चोट भी आयी । इसके बाद चारों ने उसे पकड़ लिया और फिर पहाड़ी पर ले गए । वहां उसकी बलि देने की तैयारी थी कि तभी किसी का फोन आया और देवराज को घर छोड़ गया ।गांव वालों ने बुधवार को स्थानीय भाजपा विधायक सुशील उर्फ इंदू तिवारी को इसके बारे में बताया वे गांव पहुंचे । मौके पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को बुलाया गया । इसके बाद पुलिस मामले में सक्रिय हुई । मामले में क्राइम ब्रांच, सायबर सेल और बरेला पुलिस की कुल चार टीमें गठित की गई हैं । पुलिस सूत्रों के मुताबिक नरबलि देने के प्रयास करने वाले संदेहियों में एक का पता चल गया है । वह बीजाडांडी मंडला का रहने वाला है। घर पर टीम पहुंची लेकिन वह फरार मिला घर में उसकी बुजुर्ग मां है । पत्नी पहले ही उसके झाड़-फूंक की हरकतों से नाराज होकर छोड़ चुकी है ।