अर्विन्द चौकसे देवास ब्यूरो – देवास जिले के एक गाँव में आज सन्नाटा पसरा था गांव में एक भी व्यक्ति नहीं था और न ही गाँव में कोई जानवर मौजूद था, गांव वाले किसी दहशत में घर छोड़कर जंगल नहीं गए थे , मान्यता अनुसार अच्छी बारिश के लिए ऐसा किया जाता है
पूरा गांव हुआ खाली गांव की मवेशियों से लेकर बच्चे बूढ़े नौजवान महिलाएं सब ने किया गांव से पलायन निकले जंगल में  ….
किसी की दहशत में नहीं बल्कि अच्छी वर्षा के लिए इंद्र देव को मनाने के लिए गांव से किया पलायन …
गांव में आग जलाना दुआ करना इस पर लगा प्रतिबंध आग जलाते हुए कोई भी पाया गया तो ग्रामीणों ने रखा 5000 रुपे का डन …
2 दिन पहले गांव में डौंडी पिटवा कर दी गई ग्रामीणों को सूचना …
देवास जिले के हाटपिपलिया तहसील के अंतर्गत आने वाले देवास से करीब 60 किलोमीटर दूर देवगढ़ गांव सहित क्षेत्र में बारिश नहीं होने के कारण मक्का सोयाबीन अन्य फसलें को सूखने से बचाने के लिए एवं अच्छी बारिश को लेकर आज सुबह से ही देवगढ़ गांव करीब 500 घरों की आबादी वाला गांव है एवं यहां पर 35 सौ के करीब लोग निवास करते हैं । आज अच्छी बारिश को लेकर मवेशियों सहित बच्चे बूढ़े नौजवान एवं महिलाएं अपने अपने खेतों पर तो ग्रामीणों ने जंगल की ओर पलायन किया क्योंकि इस गांव में आज अच्छी बारिश के लिए ना तो कोई घरों में आग जला सकता है नाही इसी प्रकार की सामग्री को धारदार हथियार से काट सकता है ऐसा करने पर ग्रामीणों ने 2 दिन पहले डौंडी पिटवा कर इत्तला कर दी गई थी कि शनिवार के दिन बाग रसोई का आयोजन रखा गया है ऐसे में सभी लोग गांव के बाहर जाकर खाना बनाएंगे गांव में धुआं करने पर पूर्णता प्रतिबंध रहेगा अगर को ही धुवा करते हुए पाया गया तो उसे पांच हजार का दंड देना होगा । इन सब बातों के पीछे ग्रामीणों का मानना है कि ऐसा करने से हमारे यहां अच्छी बारिश होगी सारे ग्रामीणों ने आज के दिन बाहर ही जंगल में खाना बनाया एवं देवी देवताओं की पूजा अर्चना भी की ।