नीलेंद्र मिश्रा भोपाल ब्यूरो…..मप्र में बेमौसम की बारिश ओलों से अन्नदाताओं को हुए नुकसान का जायजा लेने प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह पहुंचे , खेतो में बेमौसम की बारिश से फसलों को हुए नुकसान को देखते हुए मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मप्र के किसानो को भरोसा दिलाया है सरकार उनकी हर सम्भव मदद करेगी , वही मुख्य मंत्री ने किसानों से कर्जे की वसूली को फिलहाल रोकने का आदेश भी दिया….

मार्च में मौसम की ऐसी मार पड़ी कि फसलें खेतों में ही तबाह हो गईं। किसान रो दिए। रायसेन में एक किसान की मौत हो गई। परिवार का कहना है कि सदमे में किसान की जान चली गई। गेहूं, चना, सरसों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। संतरा, लहसुन, धनिया, मसूर, इसबगोल, अलसी की फसल भी प्रभावित हुई है। ओलावृष्टि तथा अतिवृष्टि से प्रभावित गांवों का आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दौरा किया है। किसानों का कहना है कि खेतों में खड़ी फसलों को लगभग 70 प्रतिशत तक नुकसान हो गया है। गेहूं के खेत में ओले गिरने से गेहूं की बालियां टूट कर गिर गई हैं। चने की फसल को भी काफी नुकसान हुआ है। कई किसानों की खेतों में फसल कटी पड़ी है, जिसके सड़ने का खतरा बढ़ गया है।

सीएम शिवराज ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हर खेत में मैं पहुंच नहीं सकता, लेकिन संदेश पूरे प्रदेश के किसानों के लिए है कि अगर आपकी फसलों को 50 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान पहुंचा है तो 32 हजार रुपए प्रति हेक्टेयर की दर से हम राहत राशि देंगे। हमने ये फैसला भी किया है कि प्रभावित किसानों से कर्ज वसूली स्थगित कर दी जाएगी। कर्ज का ब्याज भी सरकार भरवाएगी और अगले साल किसानों को जीरो परसेंट ब्याज पर कर्जा मिले, इसके पुख्ता इंतजाम हम करेंगे।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताया मप्र के खेतों का हाल……
शिवराज सरकार ने बर्बाद फसलों का सर्वे भी शुरू करा दिया है। 27 जिलों में प्रारंभिक नुकसान सामने आया है। CM शिवराज सिंह चौहान ने 25 मार्च तक सर्वे पूरा करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी बेमौसम बारिश और ओलों से फसल तबाह होने की जानकारी दी है। सीएम ने पीएम से फोन पर बात की। सीएम शिवराज ने कहा कि वे सागर और विदिशा में प्रभावित खेतों का मुआयना करेंगे। हर खेत तक पहुंचना संभव नहीं है, लेकिन हर जिले, हर गांव और हर किसान की चिंता करूंगा। किसानों के साथ सरकार खड़ी है ।