सी एम पी एम से बड़े हैं क्या सहायक यंत्री ?
नीलेन्द्र मिश्रा भोपाल ब्यूरो – भोपाल मध्य प्रदेश में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है जिसके चलते लॉक डाउन में प्रदेश की जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । लॉक डाउन में जहां आम आदमी कोरोना के संक्रमण से खुद को बचा रहा है वही होशंगाबाद में एक सहायक यंत्री की मनमर्जी चरम पर है । ये सहायक यंत्री विभाग से लेकर शासन प्रशासन को झूंट बोल कर आम जनता की समस्याओं को डेढ़ साल से लटका रखे है । ऐसी बात नही कि इनकी शिकायत विभाग के आला अधिकारियों को नही हुई इनकी शिकायत प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर देश के प्रधान मंत्री से तक हो गई पर इन साहब के आगे सब बोने साबित हो रहे हैं ….
होशंगाबाद के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में इन दिनों मन मर्जी का काम चल रहा है । विभाग के कुछ अधिकारी ठेकेदार के साथ मिलकर शासन प्रशासन को गुमराह कर अपना उल्लू सीधा करने में लगे हैं । जिले के पिपरिया तहसील मुख्यालय से लगे ग्रामीण इलाके के एक गांव बीजनवाड़ा में पिछले डेढ़ साल से नल जल योजना का कार्य अधूरा पड़ा है जो आज तक पूरा नही हो सका । बीजनवाड़ा में तकरीबन दो हजार के करीब परिवार रहते है । इस गांव में केंद्र और राज्य सरकार ने नल जल योजना के अंतर्गत दो ट्यूबेल दो पानी की टँकी ओर घर घर नल कनेक्शन स्वीकृत किये थे । वर्ष 2019 के फरवरी माह तक निजी ठेकेदार द्वारा नल जल के कार्य को पूर्ण करने का अनुबंध था । पर आज भी इस गांव की आधी आबादी के घरों तक नल के पाइप तो पहुंच गए पर पानी नही आया । बीजनवाड़ा छेत्र में वर्षो से रह रहे परिवारों के मकानों में सालों पुराने बोर जेट पम्प लगे है जो गर्मी आते आते जल स्तर नीचे जाने की वजह से सूख जाते है । पूर्व में गर्मी के समय इस गांव में पानी के लिए झगड़े से लेकर महिलाओं ने चक्का जाम लगाया था । इस गांव की आबादी का बड़ा तबका गरीब है जो महंगे ट्यूबेल नही खुदवा सकते । ग्रामीणों के कई बार आंदोलन के समय स्थानीय लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के सहायक यंत्री ने तत्कालीन कलेक्टर से लेकर चीफ सेकेट्री तक उस दौरान कहा कि जल्द ही इस गांव की समस्या हल कर दी जाएगी । इस घटना क्रम को डेढ़ साल से ज्यादा बीत गया पर आज तक इस गांव की आधी आबादी तक नल जल का पानी नही पहुंचा । इस वर्ष जहां एक ओर कोरोना के चलते सरकार ने लॉक डाउन लगा दिया जिसकी वजह से आम जनता घर में रहने को मजबूर है वही इस गांव की आधी आबादी को गर्मी के इस मौसम में जल स्तर के घटने का डर सता रहा है । बीजनवाड़ा की कुछ कालोनियों के वासियों ने इस समस्या के लिए हाल ही में अनुविभागीय अधिकारी जिले के कलेक्टर प्रदेश के मुख्य मंत्री यहां तक कि देश के प्रधान मंत्री जी तक को आवेदन दिया पर कोई कार्यवाही नही हुई । आज भी इस छेत्र की जनता इस भय में जी रही है कि कही जमीन का जल स्तर न गिर जाए वरना मूलभूत सुविधाओ में शुमार पानी भी नही नसीब होगा । शिकायत के बाद लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग पिपरिया के सहायक यंत्री साहब विभाग और वरिष्ठ अधिकारियों को गुमराह करते हुए खत के माध्यम से इस शिकायत को ही झूँठा बताकर बीजनवाड़ा गांव के सभी छेत्रो में नल जल योजना का पानी पहुंचने की बात कहते हुए कार्य पूर्ण बता रहे हैं ।
बीजनवाड़ा छेत्र नल जल योजना के अधूरे कार्य की झलक –
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी की मिली भगत ठेकेदार से – नल जल योजना के कार्य की समय सीमा किसी भी निजी ठेकेदार को कार्य देने के पहले ही अनुबंध में दर्ज होती है । बीजनवाड़ा गांव में जिस ठेकेदार से नल जल योजना का कार्य कराया जा रहा है उसे इस योजना के कार्य को वित्तीय वर्ष 2019 के फरवरी माह में पूर्ण करना था । पर डेढ़ साल बाद भी कार्य अधूरा है । वही जिस विभाग को इस करोड़ो की कार्य योजना को पूरा कराना था उस विभाग के सहायक यंत्री पिपरिया की मिली भगत से आज तक कार्य पूर्ण नही हुआ । जबकि समय समय पर ठेकेदार को विभाग भुगतान करते आ रहा है । आखिर क्यो ठेकेदार को अब तक ब्लेक लिस्टेड नही किया गया । क्यो विभाग भुगतान करता रहा ।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारी की दबंगता – जब बीजनवाड़ा छेत्र के 40 परिवारों के मुखिया ने अपने दस्खत कर शिकायत उच्च अधिकारियों को भेजी तब सहायक यंत्री की दबंगता देखिये की विभाग के आला अधिकारियों को भृमित जानकारी देकर गुमराह किया गलत जानकारी का विभागीय पत्र अधिकारियों को भेज शिकायत को झूँठा बताकर शिकायत करने वालो पर कार्यवाही की बात लिख दी ।
सहायक यंत्री के आगे सी एम पी एम सब छोटे – बीजनवाड़ा छेत्र के 40 परिवारों की शिकायत विभागीय अधिकारियों से लेकर मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ओर देश के प्रधान मंत्री जी नरेंद्र मोदी जी तक टविटर के माध्यम से की गई पर शिकायत के दस दिन बाद भी न तो इन साहब पर कोई कार्यवाही हुई और न ही बीजनवाड़ा गांव की आधी आबादी तक पानी पहुंच पाया ।
भय में जीने को मजबूर परिवार –
कोरोना काल मे सरकार ने एक तरफ जहां लॉक की अवधि को बढ़ा दिया वही बीजनवाड़ा छेत्र कीआधी आबादी इस भय में जीने को मजबूर है कि अगर जमीनी जल स्तर नीचे जाता है तो इस संकट काल मे आखिर इन परिवारों को केसे मूलभूत सुविधाओं में शुमार जल मिलेगा जो जीवन के लिए जरूरी है ।
सी एम् से लेकर पी एम् तक की गई शिकायत की कॉपी –
छेत्रवासियों को आखिर डर क्यों है – होशंगाबाद जिले के पिपरिया अनुविभाग में कई ऐसे ग्रामीण छेत्र हैं जिनमे गर्मी के समय जमीनी जल स्तर नीचे चला जाता है । होशंगाबाद जिला कृषि प्रधान जिला है यहां किसान गर्मी के समय भी अपने खेतों में मूंग की फसल की बुआई करते हैं मूंग की फसल में पानी की आवश्यकता होती है जिसे किसान नहर या अपने खेत के ट्यूबेल के सहारे पानी पूरा करता है। पिपरिया से लगे ग्रामीण छेत्र बीजनवाड़ा और आस पास के इलाकों में नहर नहीं हैं जिसकी वजह से किसान खेत में ट्यूबेल के जरिये तीन से चार बार सिचाई करता है। किसान के खेत में पानी देने के चलते जमीनी जलस्तर तेजी से नीचे खिसकता है। घनी आबादी वाले छेत्रों में जल स्तर के नीचे जाने से घर के बोर सुख जाते हैं । ग्रामीण छेत्र बीजनवाड़ा में आधी आबादी गरीबी में है जिसके चलते इन परिवारों के सामने महंगे अधिक गहराई के बोर करवाना सम्भव नहीं । लॉक डाउन में जहां एक और सरकार घरों में रहने का आदेश दे रही है जिसका पालन जनता कर भी रही है वहीं इस छेत्र के परिवारों को भय सताने लगा है कि अगर गर्मी में जल स्तर नीचे चला जाता है तो फिर ये परिवार क्या करेंगे।
सहायक यंत्री की पकड़ – लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी पिपरिया विभाग के सहायक यंत्री की पकड़ कांग्रेस शासन काल से अच्छी रही है जिसके चलते कई वर्षों से अपने ग्रह नगर पिपरिया के विभागीय मुख्यालय में जमे हैं। प्रदेश में सरकारें आई गई पर इन सहायक यंत्री का आज तक अपने ग्रह नगर से स्थानांतरण तक नहीं हो सका जिसके चलते इनकी पकड़ राजनीती से लेकर रसूखदारों में अच्छी बनी है । साहब की कार्यप्रणाली पर कई बार प्रश्न चिन्ह लग गए पर इनका अब तक विभाग कुछ नहीं कर पाया ।
सहायक यंत्री द्वारा लिखा गया झूठा पत्र देखिये …
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी पिपरिया के सहायक यंत्री के झूंठ की परत खोलती तस्वीरें …