ग्वालियर के चिड़ियाघर में तीन मेहमान आये
के के दुबे ग्वालियर ब्यूरो – ग्वालियर के गांधी प्राणी उद्यान (चिड़ियाघर) में बब्बर शेर मादा ‘परी’ ने 3 शावकों को जन्म दिया है। मादा ‘परी’ एवं नर ‘जय’ के द्वारा पहली बार शावकों को जन्म दिया गया है शावकों को लेकर चिड़ियाघर प्रबंधन विशेष सावधानी बरत रहा है….
ग्वालियर गांधी प्राणी उद्यान में बब्बर शेर मादा परी द्वारा 3 शावकों को जन्म दिया गया है । गांधी प्राणी उद्यान में बब्बर शेर के परिवार में अंतिम बार बृद्घि वर्ष 1992 में हुई थी । उसके बाद लगभग 28 साल बाद पुनः अवसर चिड़ियाघर में देखने को मिला है । फिलहाल मादा परी एवं उसके तीनों शावक स्वस्थ्य हैं। मादा को खाने में हल्का भोजन जैसे चिकन सूप, दूध/उबले हुऐ अण्डे इत्यादि दिये जा रहे हैं । वर्तमान में कोविड-19 कोरोना वायरस को देखते हुये चिड़ियाघर प्रभारी को निर्देशित किया गया है कि शिशुओं के स्वास्थ्य पर विशेष निगरानी रखें एवं तीस से चालीस दिन तक बच्चों को आईसोलेशन में रखा जाए क्योंकि नवजात शिशुओं में संक्रमण की संम्भावना ज्यादा रहती है ।
नगर निगम के इस चिड़ियाघर में अभी बब्बर शेर सिर्फ नर और मादा के रूप में दो ही थे। तीन शावकों का जन्म होने के बाद चिड़ियाघर में शावकों की संख्या 5 हो जाएगी। शावकों को लगभग 40 दिनों तक आइसोलेशन में रखा जाएगा। तब तक आम दर्शक इन्हें नहीं देख पाएंगे ।
परी पहली बार मां बनी
बब्बर शेर जय को 2012 में रायपुर के नंदनवन जू से लाया गया था । अब उसकी उम्र 11 साल है ।
शेरनी परी को 2018 में कानन पेंडारी जू, बिलासपुर से यहां लाया गया था। तब उसकी उम्र मात्र 4 साल थी । परी पहली बार मां बनी है।
चिड़ियाघर प्रबंधन लगातार जय और परी की मेटिंग कराने के लिए प्रयास कर रहा था ।