अंकुर अग्रवाल पचमढ़ी ब्यूरो…..नर्मदापुरम जिले के पचमढ़ी में बी.टी.आई के पीछे हरे भरे लगभग 300 वृक्षों को काट दिया गया है जिससे आक्रोशित हो कर पचमढ़ी के लोगों ने उन वृक्षों दीप प्रज्वलित एवं मोमबत्ती जलाकर दो मिनिट का मौन धारण कर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की…..

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जंहा एक ओर रोज एक पौधा रोपण कर पर्यावरण को बचने का सन्देश देते है धरती को हरा-भरा बना कर पर्यावरण की सुरक्षा के लिए एक तरफ सरकार लगातार चितित है और इसके लिए कई तरह के प्रयास कर रही है। वहीं दूसरी ओर पचमढ़ी में हरे भरे लगभग 300 वृक्षों को काट कर सरकार के इस अभियान को ठेंगा दिखाया जा रहा है। पचमढ़ी में बी.टी.आई के पीछे हरे भरे लगभग 300 वृक्षों को काट दिए जाता पर वन अधिकारियों से लेकर साडा के अधिकारियों को इस की भनक तक नहीं पड़ती । कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने सभी को पेड़ों द्वारा मिल मिलने वाले आक्सीजन के महत्व को बखूबी समझाया है कि आक्सीजन की कमी से किस तरह लोग अपनों की आंखों के सामने ही दम तोड़ रहे थे। ऐसे में आक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए सरकार द्वारा कड़ी मेहनत की गई।और हरियाली के महत्व को समझते हुए ग्राम पंचायत स्तर तक बड़ी संख्या में पौधारोपण किया जा रहा है।

वृक्षों भावपूर्ण श्रद्धांजलि….
पचमढ़ी वासियो के लिए यह अत्यंत दुःखद घटना है पचमढ़ी वासियो ने मिलकर उन कटे हुए 300 जीवन दायनी प्राण वायु प्रदान करने वाले वृक्षों को विवेकानंद चौक बस स्टैंड पर दीप प्रज्वलित एवं मोमबत्ती जलाकर दो मिनिट का मौन धारण कर अपनी अपनी भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की

 

वृक्ष काटने को लेकर नहीं ली अनुमति…..

नियमानुसार किसी भी व्यक्ति को वृक्ष काटने से पहले वन विभाग के अधिकारियों की अनुमति आवश्यक है। ऐसा इसलिए भी है कि कोई भी व्यक्ति पर्यावरण को खतरा ना पहुंचाएं और हरे वृक्षों की कटाई ना करें। लेकिन पचमढ़ी क्षेत्र में यह सारा निर्देश मात्र कागजों पर ही सिमटा दिखाई देता है।

नहीं हो रही है जांच…..
पचमढ़ी में बी.टी.आई के पीछे हरे भरे लगभग 300 वृक्षों की अवैध रूप से कटाई की जाँच तक नहीं की गई। हरे भरे पेड़ों की धड़ल्ले से कटाई की जा रही प्रशासन मौन