नीलेंद्र मिश्रा भोपाल ब्यूरो…… प्रदेश की जनता ने पंचायत चुनाव में निर्विरोध निर्वाचन का इतिहास बनाया है, 690 सरपंच और दो लाख 27 हजार 41 पंच निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं…..
भोपाल मुख्यमंत्री निवास परिसर में निर्विरोध निर्वाचन द्वारा समरस पंचायतों का गठन करने वाले प्रतिनिधियों के अभिनंदन समारोह हुआ। मुख्यमंत्री चौहान ने पंचायत प्रतिनिधियों को निर्विरोध निर्वाचित करने वाले ग्रामवासियों का आभार माना है। 690 सरपंच और दो लाख 27 हजार 41 पंच निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। अब गांव में कोई गुट, जाति या वर्ग नहीं। इन समरस पंचायतों के विकास में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। मैं आपके साथ हर खड़ा रहूंगा। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित निर्विरोध निर्वाचित पंचायत प्रतिनिधियों के अभिनंदन कार्यक्रम में कही। उन्होंने समरस पंचायतों को नशामुक्त पंचायत बनाने का संकल्प दिलाया। साथ ही पौधारोपण, बिजली बचाने, स्वच्छता को लेकर ग्रामीणों को जागरुक करने की बात कही।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश ऐसा राज्य है, जहां पंचायत के 50 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए हैं। हमने तय किया था कि जो पंचायत निर्विरोध चुनी जाएंगी, उन्हें अतिरिक्त राशि देंगे। चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बड़ा कार्यक्रम करके राशि वितरण किया जाएगा। समरस पंचायतों में विकास के सभी कार्य कराए जाएंगे। जनता ने आपको चुनकर अपना काम कर दिया है। अब इन पंचायतों को पूरे देश में उदाहरण बनाना है। इसके लिए पांच साल की कार्ययोजना तैयार करें। यह सुनिश्चित करें कि गांव में कोई भी लड़ाई-झगड़ा न हो। छोटे मामले हों तो उसे गांव में ही आपस में बात करके निपटा लें। कोई रिपोर्ट थाने में न हो। अभी होता यह है कि छोटी-छोटी बात पर झगड़े हो जाते हैं और मेहनत की कमाई का पैसा थाने और वकीलों के पास चला जाता है।
आदर्श पंचायत बनाएंगे….
कार्यक्रम में चीचली के सरपंच अभिजीत ने कहा कि मेरा चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं था। सबने मिलकर प्रस्ताव रखा तो मैंने शर्त रखी कि निर्विरोध निर्वाचन हुआ तो ही मैं सरपंच बनूंगा। पूरा गांव सहमत हुआ। हमें गांव का आदर्श गांव बनाना है। सर्वे कराकर वंचितों को शासकीय योजना का लाभ दिलाएंगे। उन्होंने मुख्यमंत्री से सामुदायिक भवन सहित अन्य योजनाओं के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने की मांग की। वहीं, उमरधा पंचायत की सरपंच जागृति सिंह जूदेव ने कहा कि मेरे साथ सभी पंच महिलाएं हैं और वे भी निर्विरोध निर्वाचित हुई हैं। हमारी प्राथमिकता अधोसंरचना विकास की रहेगी।
हर-भरा और स्वच्छ रहे गांव….
मुख्यमंत्री ने कहा कि जितनी भी केंद्र और राज्य सरकार की योजनाएं हैं, उसके पात्र हितग्राहियों को लाभ प्राथमिकता से दिलवाएं। गांव हरा-भार और स्वच्छ रहे। पौधारोपण के लिए स्थान तय करें। कुपोषित बच्चों का वजन कराना है। इसके लिए अभियान चलाएंगे। कम वजन वालों को अतिरिक्त आहार देंगे। जिनके पास भूखंड नहीं हैं, उन्हें मुख्यमंत्री भू-आवासीय योजना के तहत भूखंड आवंटित करके प्रधानमंत्री आवास योजना में आवास निर्माण कराया जाएगा। गांव में बेटी के जन्म पर खुशियां मनाएं। पानी बचाने के लिए अमृत सरोवर जरूर बनाएं।सस्ती बिजली देने के लिए सरकार प्रतिवर्ष 24 हजार करोड़ रुपये का अनुदान दे रही है। कई जगह बिजली का दुरुपयोग होता है। यदि इसे रोका जाए तो प्रतिवर्ष चार हजार करोड़ रुपये बचा सकते हैं। इस पर पंचायतें ध्यान दें। नशामुक्ति के लिए जन-जागरण का काम करें। नशामुक्ति गांव को अलग से दो लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए महिला स्व-सहायता समूह का गठन करें। पंचायतें अपनी आय बढ़ाएं। इसके लिए पेयजल और स्वच्छता जैसे कर लिए जाएंगे। हर माह ग्राम सभा करके गांव की विकास की दिशा तय करें।