आशीष रावत…..देश में लागू हिट एंड रन कानून में किए गए बदलाव का प्रदेश में जमकर विरोध हो रहा है इस कानून के विरोध में पूरे प्रदेश में बस-ट्रक ड्राइवर हड़ताल पर हैं नए साल के मौके पर जहां लोग घूमने निकलते हैं, वहीं आज अधिकतर जिलों में बसों के पहिए थमे हुए हैं…..
देश में हिट एंड रन के नए कानून के विरोध में ट्रांसपोर्टर हड़ताल पर चले गए हैं । इससे प्रदेश के कई जिलों में पेट्रोल-डीजल की किल्लत शुरू हो गई है । एमपी के कई जिलों में पेट्रोल पंपों पर भीड़ देखने को मिल रही है । नर्मदापुरम जिले के पिपरिया में भी पेट्रोल पंपों पर भीड़ देखने को मिल रही है । कई पेट्रोल पंप पर पेट्रोल खत्म हो गया है ।अधिकतर जिलों में बसों के पहिए थमे हुए हैं । भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर समेत अन्य शहरों के स्टैंड से बसें नहीं चल रही हैं। अकेले इंदौर में करीब 900 बसें बंद हैं । यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है । लोग अपने निजी वाहनों में पेट्रोल-डीजल भरवाने पहुंचे तो पंपों पर भारी भीड़ लग गई । बालाघाट में भीड़ नियंत्रित करने के लिए पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा ।
क्या होगा परिवहन मंत्री की अपील का असर
परिवहन मंत्री राव उदय प्रताप सिंह ने ड्राइवरों की इस हड़ताल को लकेर कहा कि हड़ताल समस्या का हल नहीं है । हड़ताल की जगह ड्राइवरों को बातचीत करना चाहिए । उन्हें बातचीत का रास्ता खोल के रखना चाहिए । हड़ताल करने वालों को चक्काजाम नहीं करना चाहिए । चक्काजाम जैसी स्थिति निर्मित नहीं करना चाहिए । हड़ताल के कारण आम जनता को परेशानी नहीं होना चाहिए । बातचीत का दौर जारी है. उम्मीद है अच्छे परिणाम आएंगे ।
नए कानून में क्या बदलाव हुआ…
आपको बता दें कि अभी तक हिट एंड रन मामले में ड्राइवर को थाने से जमानत मिल जाती थी। इसके अलावा अभी तक इस अपराध में दो साल की सजा का प्रावधान था। लेकिन नए कानून के मुताबिक अब वाहन चलाने वाले ड्राइवर को अधिकतम 10 साल की सजा के साथ ही 7 लाख का जुर्माना लगाने का प्राविधान किया गया है। खबर के मुताबिक अगर हड़ताल अगर दो दिन और चली तो पेट्रोल पंप ड्राई होने लगेंगे ।