विकास पांडे जबलपुर …. मप्र कांग्रेस में कलह रुकने का नाम नहीं ले रही । एक और जंहा कांग्रेस के राष्ट्रिय अध्यक्छ कांग्रेस पार्टी को खड़ा करने के लिए कई प्रकार के जतन कर रहे है तो वंही मप्र में कांग्रेस गुटबाजी से उबरने का नाम नहीं ले रही । आगामी विधानसभा चुनावो में कांग्रेस को जनता के बीच शिवराज सरकार की नाकामियां गिनना था पर उसके पहले ही कांग्रेस कुनबे में आपसी झगड़े सामने आ रहे है। कांग्रेस के नेता आपसी खींचतान में जंहा एक दूसरे पर प्रेस कांफ्रेसेंस कर आरोपों की झड़ी लगा रहे है तो वंही इनकी गुटबाजी की वजह से जनता कांग्रेस पर भरोसा नहीं जता पा रही है । 14 साल से बनवास काट रही कांग्रेस शायद इन्ही वजह से एक बार फिर सत्ता से दूर बनी रहे ।
ताजा मामला जबलपुर का है जंहा आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी की गुटबाजी एक बार फिर देखने को मिली । हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के मप्र आगमन को लेकर कांग्रेस पार्टी ने एक मीटिंग की थी जिसमे कांग्रेस के पश्चिम विधायक तरुण भनोट और मध्यप्रदेश कांग्रेस कमैटी के पूर्व महामंत्री और अध्यक्ष राममूर्ति मिश्रा के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी के आगमन को लेकर कहा सुनी हो गयी । इसी के चलते आज रामूर्ति मिश्रा ने पत्रकारवार्ता करते हुए पश्चिम विधायक तरुण भनोट के ऊपर संगीन आरोप लगाते हुए कहा की तरुण भनोट द्वारा अपशब्द कहे गए और गोली मारने की धमकी दी गयी जो बहुत ही अशोभिनय कृत्य है।
वही राममूर्ति मिश्रा ने बताया की विधायक भनोट रेत माफिया ,भू माफिया के रूप में जाने जाते है वही विधायक जी भारतीय जनता पार्टी के विधायकों के साथ खुल रहते है साथ ही तरुण भनोट कांग्रेस के विधायक तो है लेकिन उनकी कार्य प्रणाली कांग्रेस के आदर्श एवं सिद्धांतो से मेल नहीं खाती।
राममूर्ति मिश्रा ने कहा की विधायक भनोट ने 1998 ,2003 विधानसभा के चुनाव में कांग्रेस प्रत्यासी रहे संजय यादव के खिलाफ खुलकर भाजपा का साथ दिया था वही मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने निर्देश दिया था की कोई भी कांग्रेस सदस्य मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की नर्मदा यात्रा में शामिल नहीं होगा उसके बावजूद भी तरुण भनोट दवरा अपने घर के पास बड़ा मंच लगा कर मुख्य मंत्री का स्वागत किया गया साथ ही लोकसभा चुनाव २०१४ में कांग्रेस प्रत्यासी विवेक तन्खा के खिलाफ खुला विरोध किया गया था। विधायक भनोट का साफ़तौर पर भाजपा की ओर झुकाव देखा गया है अगर भाजपा उन्हें टिकट देनी की सोचेगी तो तरुण भनोट तुरंत कांग्रेस छोड़ देंगे । राममूर्ति मिश्रा ने बताया की अध्यक्ष राहुल गांधी आगामी 6 सितम्बर को जबलपुर आ रहे है यदि विधायक तरुण भनोट कार्यक्रम का संचालन करेंगे तो उनका प्रतिकार होगा साथ ही ऐसे विधायक के मार्ग दर्शन में काम कोई नहीं करेगा।