नीलेंद्र मिश्रा रायसेन ब्यूरो…..बाल अधिकार संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो शनिवार को रायसेन जिला के गौहरगंज कस्बे के शिशु गृह में निरीक्षण करने पहुंचे जंहा शिशु गृह के संचालक द्वारा तीन हिंदू बच्चों के नाम बदलकर नए नाम व धर्म के दस्तावेज बनवा लेने का मामला मिला है……
रायसेन जिले से बच्चों का धर्मांतरण कराने की खबर सामने आई है। रायजेन जिले के गोहरगंज इलाके में शासकीय अनुदान से चलाए जा रहे एक बाल गृह में तीन बच्चों का धर्म परिवर्तन कराया गया है। राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने शनिवार 12 नवंबर की शाम को गोहरगंज स्थित बाल गृह का दौरा किया, जहां उन्होंने पाया कि 2 साल पहले यहां तीन बच्चों को लाया गया था. ये बच्चे पहले हिन्दू धर्म से थे, लेकिन अब इनके नाम बदलकर, दूसरे धर्म के नाम से आधार कार्ड बनवाया गया है।
राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने इन बच्चों से बात भी की। बातचीत में मालूम हुआ कि कोरोना काल में बच्चे अपने माता-पिता से बिछड़ गए थे और अब बाल गृह में रह रहे हैं। उनके माता-पिता हिन्दू धर्म के हैं और यहां शिशु गृह संचालक परवेज ने उनका नाम बदलकर मुस्लिम कर दिया है। बच्चों ने कानूनगो को अपने-अपने असली नाम भी बताए। बच्चों की बातें सुनने के बाद नाराज राष्ट्रीय बाल आयोग अध्यक्ष ने शिशु गृह संचालक परवेज फटकार लगाई । बताया गया कि खुद को गार्जियन बताकर आरोपी संचालक परवेज ने बच्चों के मुस्लिम नाम से आधार कार्ड बनवा दिए।
आधार कार्ड में भी केयर टेकर का नाम….
तीनों बच्चे बीते 3 साल से गौहरगंज में सरकारी अनुदान पर चलने वाले शिशु गृह में रह रहे हैं। बच्चे ओबीसी हैं, जिनकी उम्र 4, 6 और 8 साल है। इनमें दो बहन और एक भाई है। बच्चों ने बताया कि पहले उनके नाम दूसरे थे, अब यहां के टीचर ने उनके दूसरे नाम रख दिए हैं। आधारकार्ड में बच्चों के माता-पिता के बजाए केयर टेकर के रूप में शिशु गृह के संचालक हसीन परवेज का नाम दर्ज है।
बच्चों को भेजा जाएगा घर….
बताया जा रहा है कि अब तीनों बच्चों के परिजनों को ढूंढा जा रहा है ताकि बच्चों को घर भेजा जा सके। वहीं, कानूनगो ने यह भी कहा कि किसी भी तरीके से व्यक्ति की जानकारी के बिना उसका नाम बदलना या धर्म परिवर्तन करना कानूनी अपराध है।
बाल गृह संचालक के खिलाफ केस…..
राष्ट्रीय बाल आयोग ने रायसेन एसपी को निर्देश दिए हैं कि शिशु गृह संचालक परवेज के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए। वहीं, शिशु गृह के रिकॉर्ड भी जब्त कर लिए गए हैं। बता दें, बीते शनिवार को कानूनगो रायसेन में बाल तस्करी के प्रति संवेदनशील बच्चों और उनके परिवारों के प्रतिचित्रण अभ्यास विषय पर आयोजित एक जिला स्तरीय बैठक में शामिल होने आए थे। कानूनगो ने कहा कि उन्हें शिकायत मिली थी कि एक परिवार के तीन बच्चों को गौहरगंज स्थित बाल शिशु गृह में लाया गया था। वहां उनका नाम और धर्म परिवर्तित कर दिया गया. शिकायत को संज्ञान में लेकर जब जांच हुई तो आरोप सही पाए गए। राष्ट्रीय बाल आयोग ने इसकी सूचना रायसेन पुलिस अधीक्षक को दे दी है। साथ ही, महिला बाल विकास के जिला परियोजना अधिकारी को उक्त संस्था के संचालक परवेज पर आईआरदर्ज कराने गए लिए भी निर्देशित किया गया है।