दिनेश खेड़े खरगोन ब्यूरो – खरगोन जिले में कोरोना बिस्फोट का खतरा मंडरा रहा है , करीब 70 बच्चों पर कोरोना संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है…
खरगोन में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जिन 5 साल के 70 बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाई । उस टीम में शामिल आशा सहयोगी कोरोना संक्रमित निकली है। ये सूचना फैलते ही गांव में हड़कंप मच गया है। जिला मुख्यालय से 17 किलोमीटर दूर बरुड़ में एक 50 वर्षीय एक आशा सहयोगी महिला कोरोना संक्रमित पॉजिटिव पाई गई है । महिला वह शिवाजी चौक की रहने वाली बताई जा रही है । दरअसल महिला सहयोगी के नेतृत्व में शुक्रवार को आगनवाड़ी क्रमांक 10 पर महाकाल मंदिर के सामने लगभग 70 छोटे बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई गई थी । इस अभियान में कोरोना संक्रमित महिला सहयोगी रही है । स्वास्थ विभाग का कहना है कि महिला के कोरोना संक्रमित होने की बात सामने आने के बाद महिला के कान्टैक्ट में आए करीब 36 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। साथ ही उन लोगों की सूची तैयार की जा रही है । आयुष डॉक्टर प्रमिला रावत का कहना है कि महिला के संक्रमित पाए जाने के बाद जिन बच्चों को विटामिन ए का सीरप पिलाया गया था उन सभी के सैंपल भी लिए जाएंगे । गौरतलब है कि आशा सहयोगी का कोरोना सैंपल 24 जुलाई को लिया गया और 26 जुलाई को उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई । वहीं, 25 जुलाई को बच्चों को विटामिन ए की दवा पिलाई गई थी ।
जिसके बाद, संक्रमित महिला को लेने के लिए टीम पहुंची. दूसरी ओर अस्पताल में किट पहनकर डॉक्टर्स ने ग्रामीणों के सैंपल लिए। बरुड़ आयुष डॉ. प्रमिला रावत का कहना है आज 36 लोगों के सैंपल लिए गए हैं और उनकी कॉन्टैक्ट हिस्ट्री में जितने लोग आए हैं उनकी सूची तैयार की जा रही है। जैसे ही सूची आ जाती है सारे लोगों के सैंपल लिए जाएंगे। बच्चों का भी सैंपल लिए जाएंगे। उस सत्र में विटामिन ए की गोलियां नहीं सीरप पिलाया गया था। उसमें टीकाकरण प्रोग्राम भी किया गया था। उन सभी का सैंपल लिया जाएगा, साथ ही जगह को कंटेनमेंट एरिया बना दिया जाएगा । वहीं, बीएमओ ने बताया कि दवाई महिला ने नहीं पिलाई थी, यदि ऐसा कुछ है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी ।