नीलेंद्र मिश्रा भोपाल ब्यूरो – भोपाल के कोलार के चीचली गांव से लापता वरुण का जला हुआ शव घर से महज 70 फीट की दूरी पर एक मकान में मिला है। शव मिलने की सुचना मिलते ही भोपाल डी आई जी ने घटना स्थल का निरीक्छण किया , 3 दिन से लापता मासूम वरुण को ढूंढ़ने में भोपाल पुलिस नाकाम रही …
भोपाल कोलार के चीचली गांव से रविवार शाम से लापता वरुण की गुमशुदगी परिजनों ने लिखाई थी। ३ दिन तक भोपाल पुलिस मासूम बच्चे वरुण की तालश में जुटी रही । तीन दिन बाद वरुण के घर से महज 70 फीट दूर बंद पड़े मकान से वरुण का शव मिला हैं । इस घटना ने भोपाल पुलिस पर सवालिया निशान लगा दिए हैं । शव मिलने की सुचना मिलते ही वरुण के परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है ।
भोपाल पुलिस इस बच्चे को ढूंढ़ने में नाकाम रही अब भोपाल पुलिए पर सवालिया निशान लग गए हैं। वहीं भोपाल डी आई जी ने पुलिस की सर्चिंग टीम को इस मामले में दोषी माना है ।
भोपाल पुलिस की दलील …
भोपाल डी आई जी इरशाद वली ने मासूम बच्चे के मामले में बताया कि पड़ोस में रहने वाली सुनीता सोलंकी ने वरुण को सब्जी में महिला ने चींटीमार दवा मिलाकर खिलाई थी । दवा खाकर वरुण बेहोश हो गया महिला समझी वरुण खत्म हो गया । पुलिस में परिजनों की शिकायत के बाद जब गांव में पुलिस पहुंची तो सुनीता ने वरुण को टंकी में बंद कर दिया। आज सुबह सुनीता के बंद मकान में वरुण के शव को जलाया गया था । सुनीता को शक था कि उसके घर में चोरी के पीछे वरुण के परिजनों का हाथ था । सुनीता और उसके लड़के शुभम को पुलिस ने इस मामले में आरोपी बनाया है। वहीं पुलिस सुनीता के देवर से भी पूछताछ कर रही है । सर्चिंग टीम की लापरवाही सामने आई है , जो टीम गांव में सर्चिंग में लगी थी, उसपर कार्रवाई की जायेगी ।
वहीं इस मामले में प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार को इस मामले में घेरते हुए ट्वीट किया है। जब से कमलनाथ सरकार ने कार्यभार संभाला है, अपराधी गिरोह बनाकर बच्चों का अपहरण कर रहे हैं । सुप्रीम कोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कहा है कि पिछले 6 महीने में प्रदेश में बच्चों के खिलाफ जितने भी अपराध हुए, उनमें महज 4% मामलों का ही निराकरण हुआ है। सरकार सो रही है, यह इसका प्रमाण है ।