पहली बार कमलनाथ ने विधान सभा चुनावों के लिए नामांकन दाखिल किया
पिता से विरासत में मिली छिंदवाड़ा से नकुल नाथ भी अपना भाग्य आजमाने मैदान में …
संजय दुबे – छिंदवाड़ा जिला इस बार लोकसभा में काफी चर्चित रहने वाला है एक और जहां प्रदेश के मुख्य मंत्री विधान सभा उप चुनाव में मैदान में होंगे तो वंही कमलनाथ के पुत्र अपने पिता की लोकसभा से बतौर उम्मीदवार मैदान में होंगे । आज कमल नाथ के साथ नकल ने भी चुनावों के लिए नामांकन दाखिल किया
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया। इसके साथ ही उनके बेटे नकुलनाथ ने भी लोकसभा चुनाव के लिए छिंदवाड़ा संसदीय सीट से पर्चा दाखिल किया । पर्चा दाखिल करने के बाद मध्य प्रदेश में अधिकारियों के यहां मारे जा रहे आयकर विभाग के छापों पर कमलनाथ ने कहा कि ये छापे सियासत साधने के मकसद से मारे जा रहे हैं । बिना किसी का नाम लिए उन्होंने कहा कि राजनीतिक दृष्टि से जो करने की कोशिश की जा रही है, उसमें कोई भी सफल होने वाला नहीं है। कमलनाथ ने 17 दिसंबर 2018 को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली थी । इसके पूर्व छिंदवाड़ा लोकसभा क्षेत्र से सांसद थे । चूंकि नियमानुसार प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के छह माह के भीतर उन्हें विधानसभा का सदस्य निर्वाचित होना होगा । इसीलिए उन्होंने छिंदवाड़ा विधानसभा सीट से उपचुनाव के लिए पर्चा दाखिल किया है । आगामी 29 अप्रैल को छिंदवाड़ा विधानसभा और लोकसभा के लिए एकसाथ वोट डाले जाएंगे। साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में छिंदवाड़ा सीट से कांग्रेस के टिकट पर दीपक सक्सेना विधायक चुने गए थे लेकिन उन्होंने कमलनाथ के लिए ही विधायकी से इस्तीफा दे दिया था जिसकी वजह से यहां उपचुनाव हो रहे हैं ।
कमलनाथ अपने राजनीतिक जीवन में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं । वह छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से नौ बार सांसद रह चुके हैं । कांग्रेस ने मौजूदा लोकसभा चुनाव के लिए कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ को मैदान में उतारा है। नकुलनाथ भी पहली बार सक्रिय रूप से सियासत में कदम रखते हुए अपने पिता की परंपरागत लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में हैं ।