इंदौर नगर निगम की घिनौनी करतूत

राहुल शर्मा इंदौर ब्यूरो – मप्र की आर्थिक राजधानी इंदौर में आज शर्मशार करने वाली घटना सामने आई है , नगर निगम की करतूत ने इंदौर को वश्व भर में बदनाम कर दिया है , कड़कड़ाती ठंड में बेसहारा बुजुर्गों को कचरा गाडी में शहर से दूर फेंकने की घटना से आज इंदौर ननि को बदनाम कर दिया …

इंदौर शहर को मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी के रूप में जाना जाता है । इसके आलावा मिनी मुंबई और स्वछ शहरों में इंदौर की एक अलग पहचान है , स्वछता सर्वेक्छन में इंदौर हमेशा टॉप पर आने के पीछे जिस नगर निगम को वाह वाही मिलती है आज उसी नगर निगम को सोशल मीडिया में जमकर बुरा भला कहा जा रहा है । नगर निगम की करतूत को आज बेहद ही शर्मनाक मानते हुए आम जनता नगर निगम पर सवाल उठा रही है ।

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में नगर निगम की अतिक्रमण निरोधक वाहन में कचरे जैसे बेरहमी बुजुर्गों को भरकर शहर से दूर छिप्रा नदी किनारे फेंका जा रहा था । स्थानीय लोगों की नजरे जब इस नजारे पर पड़ी तो उन्होंने इसका विरोध किया । स्थानीय लोगों के विरोध के बाद अतिक्रमण निरोधक वाहन में नगर निगम इंदौर के कर्मचारियों ने बेसहारा बुजुर्गों को बिठाल वहा से चल दिए । सोशल मीडिया पर वायरल इस वीडियो में बुजुर्ग एक दो नहीं दो दर्जन के करीब दिख रहे है । इस वीडियो के वायरल होने से नगर निगम सवालों के घेरे में आ गया है ।

इंदौर नगर निगम के कर्मचारी आखिर कहाँ से इन बेसहारा बुजुर्गों को उठाकर लाये थे ? आखिर क्या वजह रही जो नगर निगम इन बीमार बेसहारा बुजुर्गों को शहर से बाहर फेंकने जा रहे थे ? नगर निगम के अधिकारी क्या इसी तरह इंदौर को स्वछता सर्वेक्छन में नंबर 01 बनाते हैं ? नगर निगम की इस करतूत पर क्या मानव अधिकार आयोग संज्ञान लेगा ? इंदौर नगर निगम के किस अधिकारी के आदेश से कर्मचारी इन बेसहारा बुजुर्गों को शहर से दूर फेंकने जा रहे थे ? नगर निगम इंदौर के अधिकारीयों कर्मचारियों को क्या इन बेसहारा बीमार बुजर्गों पर दया नहीं आई ? क्या तीर्थ दर्शन कराने वाले मुख्य मंत्री इंदौर नगर निगम के दोषी अधिकारीयों पर कार्यवाही करेंगे या सूबे के मुखिया इस करतूत को हल्के में लेकर भूल जायेंगे कि इन्ही बुजर्गों को तीर्थ दर्शन करवाना सिर्फ एक राजनैतिक स्टंट था ?