सी एम के ग्रह जिले में किसान ने आत्महत्या की
शेलेन्द्र विश्वकर्मा सीहोर ब्यूरो – मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर के एक गांव गुड़भेला मे किसान बाबूलाल वर्मा ने आत्महत्या कर ली है …
मध्य प्रदेश सरकार लाख वादे करे पर प्रदेश में किसानों हालत किसी से छुपी नहीं है जब प्रदेश के मुखिया के ग्रह जिले में ही किसान आत्महत्या को मजबूर हो तो प्रदेश में किसानों की हालत होगी अंदाजा लगाया जा सकता है। देश भर में मध्य प्रदेश किसानों की मोतो के मामले में चौथे नंबर का राज्य है। मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में अपने ग्रह जिले का दौरा कर किसानों की फसल को हुए नुक्सान का आकलन किया था । उसके बाबजूद मुख्य मंत्री किसानों को समझाने में नाकामयाब हुए अंततः एक किसान ने आत्म हत्या कर ली । हैरत की बात तो ये है कि किसान मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान के ग्रह जिले का है । अब सवाल उठने तो लाज़मी हैं ।

राजधानी भोपाल से महज 37 किलोमीटर की दूरी पर बसे सीहोर ज़िले में किसान बाबूलाल वर्मा ने फसल खराब होने से परेशान होकर खेत में ही फांसी लगा ली। बताया जा रहा है कि किसान अपनी सोयाबीन की फसल खराब हो जाने के दर्द को बर्दाश्त नहीं कर सका। सोयाबीन एक वक्त में मध्यप्रदेश के सफल क्रैश क्रॉप माना जाता रहा है। किसानों के लिए सोना उगलने वाली फसल के रूप में इसकी पहचान थी। लेकिन इस साल पूरे प्रदेश में किसान सोयाबीन की फसल बर्बाद होने से परेशान हैं। नकली बीज और वायरस स्थानीय लोग इसे इल्लियां कह रहे हैं । दोनों ही वजह से सोयाबीन की फसल को नुकसान पहुंचा है।

पूर्व मुख्य मंत्री कमलनाथ ने भी साधा निशाना …
आज आपदा के समय में किसानों को तात्कालिक राहत की ज़रूरत है। लेकिन संकट की इस घड़ी में भी उन्हें सिर्फ झूठे और कोरे भाषण परोसे जा रहे हैं। कमल नाथ ने ट्वीट किया है कि मुख्यमंत्री घूम-घूमकर निरीक्षण कर रहे हैं। लेकिन साथ में थमा रहे हैं कोरे आश्वासन राहत नहीं। आज किसान राहत की माँग कर रहा है बाढ़ प्रभावित इलाक़ों के लोग राहत की माँग कर रहे हैं। जबकि आज आवश्यकता है तात्कालिक राहत की।