विवेक कुमार पाण्डेय … ऊमरी पुलिस थाने में आरोपी द्वारा हमले में घायल प्रधान आरक्षक की दिल्ली में मौत

भिंड ….जिले के ऊमरी थाने में रविवार को देर शाम बदमाशों ने लोहे के धारदार हथियार से पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया था, जिससे दो पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए थे । उपचार के लिए दिल्ली रैफर किये गए प्रधान आरक्षक उमेश बाबू की उपचार के दौरान दिल्ली में मौत हो गई।
पुलिसकर्मियों पर हमले की यह वारदात थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गयी थी, घायल पुलिसकर्मियों में से हेड कॉन्स्टेबल उमेश बाबू की हालत ज्यादा गंभीर होने के चलते उन्हें जिला चिकित्सालय से ग्वालियर रेफर कर दिया गया था जहां से उन्हें के दिल्ली रेफर किया गया था, जबकि एक आरक्षक का इलाज जिला अस्पताल में चल रहा है। मामला कुछ इस तरीके से था रविवार देर शाम को पुलिस द्वारा एक युवक विष्णु राजावत को हिरासत में लिया गया था जिसको बिना लॉकअप में डाले ही थाने में बिठा लिया गया। जिसके बाद युवक का एक और साथी आया और दोनों में बातचीत के बाद भागने के लिए पास ही रखी कुदाली से पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया था, हमलावर युवक का कहना था कि उसे बिना किसी कारण के उठाया गया था जिसके चलते वह पुलिस वालों से जाने देने के लिए बोल रहा था। लेकिन पुलिसकर्मियों द्वारा उसे नहीं छोड़ा गया। जिसके चलते उसने पास में रखी कुदाली से पुलिसवालों पर हमला कर दिया। और भागने की कोशिश की थी
बेहद सरल स्वभाव और सभी के चहेते थे उमेश बाबू
प्रधान आरक्षक श्री उमेश बाबू एक बेहद सरल स्वभाव के धनी थे। वह जिले के जिन थानों में पदस्थ रहे उन थानों में उन्होंने अपने कर्तब्य के भलिभांति निभाया। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में उन्होंने कार्य किया। आरक्षक से प्रमोशन होकर वह प्रधान आरक्षक बने। वह अपने अच्छे व्यवहार के कारण सबके चहेते माने जाते थे। वर्तमान में वह जिले के ऊमरी थाने में पदस्थ थे
भिण्ड पुलिस परिवार के जांबाज सपूत ने दिल्ली में आज अपनी अंतिम सांस लीं। जैसे हीं दिल्ली से प्रधान आरक्षक उमेश बाबू के निधन के समाचार की खबर भिण्ड जिले में आईं वैसे हीं भिण्ड पुलिस परिवार में शोक की लहर फैल गईं। श्री उमेश बाबू का जन्म 12 जुलाई 1967 को हुआ था और वे मप्र पुलिस परिवार में 21 मार्च 1989 को आरक्षक के पद पर भर्ती हुए थे। उनके पिता का नाम ठकुरी प्रसाद हैं और उनकी पत्नी का नाम राजकुमारी है। उनके तीन बेटे सोनू, मोनू, रजत तथा एक बेटी रेनू भी हैं। श्री उमेश बाबू के एक भाई महेश भिण्ड पुलिस लाइन में आरक्षक चालक भी हैं तथा एक भाई ओमप्रकाश राजस्व विभाग में पटवारी हैं। वह मूलतः रेखानगर भिण्ड के रहने वाले हैं। आज कर्तब्य की बलिवेदी पर शहीद हुए प्रधान आरक्षक श्री उमेश बाबू को भिण्ड पुलिस परिवार की ओर से अश्रूपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की जा रहीं हैं। दुख और संकट की घड़ी में मप्र पुलिस परिवार उनके परिवार के साथ खड़ा हैं।