देवास में मकान एक मालिक दो दो आये सामने
अरविंद चौकसे देवास ब्यूरो – देवास में आज अनोखा मामला सामने आया एक मकान के दो दो मालिक सामने आये , हाईवोल्टेज ड्रामा भी देखने को मिला …
देवास के जवाहर चौक में बहादुरशाह मार्ग पर एक अनोखा मामला सामने आया है । एक मकान के दो मालिक सामने आकर खुद की संपत्ति बता रहे है ।एक मालिक ने मकान को लेकर न्यायालय में शरण ली जिसके बाद न्यायालय ने उनके पक्ष में निर्णय सुनाया था । उसके बाद भी मकान में रह रहा परिवार जो खुद को उस मकान का मालिक बता रहे हैं खाली करने को तैयार नहीं है । कोर्ट से आदेश आने के बाद भी मकान नहीं खाली करने को लेकर पुलिस मकान को खाली करवाने पहुंची थी । जिस पर मकान में रह रहे परिवार की लड़की ने खुद के ऊपर केरोसिन डालकर आग लगाने लगी । वही महिला ने खुद को मकान मालिक बताने वाले व्यक्ति की पुलिस के सामने डंडे से पिटाई कर दी । काफी देर तक हंगामा चलता रहा जिसके बाद पुलिस ने 2 दिन के अंदर न्यायालय से स्टे लाने का कहा अन्यथा मकान को खाली करने की चेतावनी दी ।
दरअसल जवाहर चौक में बहादुर शाह मार्ग पर मकान नंबर 10 में शिवनारायण पिता भगवान काबरा रह रहे हैं और नीचे दुकान भी है । इस मकान को लेकर ईश्वरदास लखवानी का कहना है कि यह मकान उन्होंने शिवनारायण से खरीद लिया है । शिवनारायण किराएदार के रूप में रह रहे थे लेकिन किराया भी नहीं दे रहे थे और मकान भी खाली करने को तैयार नहीं है । इसको लेकर ईश्वरदास लखवानी ने न्यायालय की शरण ली । न्यायालय ने ईश्वरदास लखवानी के पक्ष में फैसला सुनाते हुए शिवनारायण काबरा को मकान खाली करने के आदेश निकालें लेकिन शिवनारायण मकान खाली करने को तैयार नहीं था । न्यायालय के आदेश नहीं मानने पर ईश्वरदास ने पुलिस की शरण ली और पुलिस मकान खाली करवाने पहुंची । जिस पर शिवनारायण के परिवार के लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया । शिवनारायण की लड़की ने खुद पर केरोसिन डालकर आग लगाने की धमकी दी ।
वही शिवनारायण की पत्नी कृष्णा ने पुलिस के सामने ईश्वरदास लखवानी की डंडे से पिटाई कर दी । जिसके बाद पुलिस ने शिवनारायण को न्यायालय से स्टे लाने के लिए 2 दिन का समय दिया । अगर कोर्ट से स्टे नहीं मिला तो शिवनारायण काबरा को मकान खाली करना पड़ेगा । शिवनारायण का कहना है कि ईश्वरदास लखमानी ने 10 लाख रुपए में मकान खरीदा था । लेकिन अभी तक सिर्फ 50 हजार रुपए ही दिए और इंदौर ले जाकर रजिस्ट्री करवा ली । बाकी रुपए को लेकर कोई ना कोई बहाना बनाते रहे और रूपए नहीं दिए धोखाधड़ी कर रजिस्ट्री करवा ली । साथ ही कहना है कि कोर्ट से कोई भी नोटिस मकान खाली करने को लेकर नहीं मिला है ।