हरदा जिले के ग्राम नीमसराय में दुर्लभ प्रजाति के काले हिरण के शिकार का मामला सामने आया है…..

हरदा जिले के ग्राम नीमसराय में शनिवार को 6 दुर्लभ काले हिरणों के शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है । वन अमले ने जांच के दौरान आसपास के खेतों में अलग-अलग जगह हिरणों के शव देखे। उस दौरान दो हिरणों में जान बाकी थी। लेकिन, कुछ ही देर में दोनों ने दम तोड़ दिया । इनमें से नर और मादा की मौत सींग और प्राइवेट पार्ट काटने के कारण तथा चार अन्य की मौत जहर खिलाने के कारण हाेना बताया जा रहा है । बता दें, वन विभाग के अलावा पशुपालन विभाग के डॉक्टर भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने हिरणों के शवों का परीक्षण किया और उन्हें पोस्टमॉर्टम के लिए ले गए। इस बीच नर्मदापुरम संभाग से शनिवार देर शाम वन विभाग का डॉग स्कवॉड भी नीमसराय गांव पंहुचा और खोजबीन शुरू की। घटना गांव से करीब आधा किलोमीटर दूर गिट्टी खदान के पास की है। हिरणों के शव काे देर रात वन चाैकी लालयाचापड़ ले जाया गया। इनका रविवार काे पोस्टमार्टम किया जाएगा। जहां हिरणों के शव मिले हैं, वहां एक छोटा तालाब है। अधिकारियों को शक था कि ग्रामीणों ने मछली पकड़ने के लिए पानी में जहर मिलाया होगा, जिसे पीने से हिरणों की मौत हुई होगी। इस मामले में कुछ ग्रामीणों से पूछताछ की जा रही है। जहां शव मिले उसके पास एक छोटा तालाब था।

 

 

 

 

क्या है पूरा मामल….
हरदा जिले के ग्राम नीमसराय में एक किसान को अपने खेत में दुर्लभ काले हिरण का शव दिखाई दिया । उसने तुरंत वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग का अमला जब मौके पर पहुंचा और जांच की तो उसके होश उड़ गए। वन विभाग को यहां से 6 दुर्लभ काले हिरणों के शव मिले । इनमें से नर और मादा की मौत सींग और प्राइवेट पार्ट काटने के कारण तथा चार अन्य की मौत जहर खिलाने के कारण हाेना बताया जा रहा है ।

 

 

 

कुल 6 हिरणों की मौत हुई है। प्रथम दृष्टि लगता है कि दो का शिकार किया है बाकी को जहर दिया है। जहर शिकार से ध्यान हटाने के लिए दिया गया प्रतीत होता है। कुछ ग्रामीणों को भी पूछताछ के लिए रोका है। मछली पकड़ने के लिए तालाब में जहर डाला गया है या नहीं यह जांच में स्पष्ट होगा।

अंकित पांडे डीएफओ हरदा