राहुल शर्मा इंदौर ब्यूरो – इंदौर बहु चर्चित टि्वंकल डागरे अपहरण व हत्याकांड की कड़ियां जोड़ने के लिए पुलिस ने मुख्य आरोपित जगदीश उर्फ कल्लू करोतिया के मोबाइल की कॉल डिटेल सहित चार हजार पन्नों का रिकॉर्ड तैयार किया है। इसमें टि्वंकल की फेसबुक के नोटिफिकेशन और मेल मिले हैं। 27 महीने चली छानबीन में पुलिस ने 215 लोगों से पूछताछ की। अंत में खुदाई के दौरान टि्वंकल की बिछिया, रस्सी और चुनरी के टुकड़े बरामद कर हत्याकांड की कड़ियां जोड़ी और पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
भाजपा नेता कल्लू करोतिया पुलिस को 27 महीने तक गुमराह करता रहा। कल्लू पर टि्वंकल अंधा विश्वास करने लगी थी। हाथ पर भी उसका नाम गुदवा लिया था। लोगों के सामने टि्वंकल उसे डैडी बुलाती थी। जांच में शामिल अफसर के मुताबिक, टि्वंकल गर्भवती भी हो चुकी थी। लेकिन कल्लू ने उसे गोलियां खिलाईं और गर्भपात करवा दिया। यह बात उसके घर में पता चल गई और विवाद होने लगा। लेकिन टि्वंकल ने घर आना बंद नहीं किया।
लापता होने के चार दिन पूर्व टि्वंकल कल्लू से मिलने आई तो उसकी पत्नी ने मोगरी से पिटाई कर दी। वह बेहोश होकर गिर गई। उसकी हालत देख कल्लू की बहू बेहोश हो गई। कल्लू ने उसका उपचार करवाया और समझा-बुझाकर घर भेज दिया। इतना होने के बाद भी 16 अक्टूबर 2016 को टि्वंकल दोबारा घर आ गई। इस दिन वह हाथों में मेहंदी लगाकर आई थी। उसने बिछिया भी पहन रखी थी। संभवत: कल्लू ने उसे पत्नी के रूप में रखने का वादा कर घर बुलाया था। कल्लू ने कहा कि उसे एक फ्लैट या मकान में रखेगा। वह अजय के साथ मकान दिखाने ले गया।
हत्या के एक दिन पूर्व टि्वंकल के फोन से किया मैसेज
एएसपी प्रशांत चौबे के मुताबिक, टि्वंकल अजय से भी लंबी बातचीत करती थी। उस पर भी भरोसा करने लगी थी। वारदात के एक दिन पूर्व यानी 15 अक्टूबर 2016 को अजय ने बहाने से टि्वंकल का मोबाइल ले लिया। उसने खुद के फोन पर एक मैेसेज किया, जिसमें लिखा कि ‘डैडी (कल्लू) का ख्याल रखना, मैं जा रही हूं।” इसके बाद अजय ने टि्वंकल के फोन से मैसेज डिलिट कर दिया और खुद ने सेव कर लिया। दरअसल टि्वंकल कल्लू के खातिर पिता संजय के खिलाफ हो गई थी। उसके कहने पर पिता के विरुद्ध भी केस दर्ज करवा चुकी थी। अजय से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने मैसेज बता दिया। कहा कि वह तो संजय से परेशान होकर गायब हुई है। उसने खुद मुझे डैडी की देखभाल के लिए मैसेज किया था।
मंगेतर को फंसाने के लिए बदनावर जाकर फेंका मोबाइल
टि्वंकल के लापता होने के बाद कल्लू व अजय भी संजय के साथ उसे ढूंढने का नाटक करने लगे। बातचीत के दौरान संजय ने उन्हें बता दिया कि वह टि्वंकल की शादी की तैयारी कर रहा था। बदनावर निवासी अमित से रिश्ता तय कर दिया था। अजय ने जैसे ही यह बात सुनी उसने 19 अक्टूबर को टि्वंकल का मोबाइल ऑन किया और दोबारा बंद कर लिया। एक दिन बाद मोबाइल बदनावर जाकर फेंक दिया। लोकेशन के आधार पर पुलिस की जांच बदनावर जाकर टिक गई ।
एएसपी चौबे के मुताबिक, केस को सुलझाने के लिए तकनीकी साक्ष्य जुटाने पड़े। पुलिस ने संदेही कल्लू करोतिया, विजय और अजय सहित टि्वंकल की मां रीटा व पिता संजय का बीईओएस टेस्ट करवाया। रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि हत्या में माता-पिता का हाथ नहीं है। अजय और कल्लू ने उसे मार दिया है। रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख किया गया कि अजय ने उसका फोन फेंका है। कल्लू से उसके अवैध संबंध थे। इस खुलासे के बाद पुलिस ने सबसे पहले नौकर लखन सूर्यवंशी व बंटी कुबड़ा को पकड़ा। लखन ने बताया कि कल्लू और उसके बेटे कार में किसी की लाश लेकर आए थे। उन्होंने सांवेर रोड स्थित प्लॉट पर उसे जलाया था। इस सूचना पर पुलिस ने कल्लू, अजय, विजय और विनय के मोबाइल की लोकेशन निकाली तो उसी जगह पर मिली। इसके बाद शक पुख्ता हो गया।
पुलिस ने अजय, विजय और विनय को हिरासत में लिया और उस स्थान पर खुदाई शुरू करवा दी। खुदाई में राख और टि्वंकल की बिछिया, रस्सी व चुनरी का टुकड़ा मिल गया। तीनों से अलग-अलग स्थानों पर पूछताछ की गई तो टूट गए और हत्या कर जलाना कबूल कर लिया। बेटों की गिरफ्तारी की खबर सुनते ही कल्लू फरार हो गया। पुलिस ने कहा कि उसकी पत्नी को भी आरोपित बनाया जाएगा। कल्लू घबरा गया और शुक्रवार रात थाने पहुंच गया।