• विवेक पांडेय भिण्ड

भिंड–प्रदेश के नंबर वन हॉस्पिटल का दर्जा प्राप्त करने वाले भिंड जिला हॉस्पिटल में डॉक्टरों की लापरवाही का एक बड़ा नजारा देखने को मिला। जानकारी के अनुसार दवोहा थाना देहात निवास आशीष शर्मा को करंट लग गया था करंट लगने के बाद परिजनों ने उसे प्रदेश में नंबर वन कहे जाने वाले भिण्ड जिला हॉस्पिटल में भर्ती कराया । जहां डॉक्टरों की लापरवाही खुलेआम नजर आई डॉक्टरों ने आशीष की नब्ज देखते हुए तुरंत ही उसे मृत घोषित कर दिया ओर आशीष की बॉडी पीएम हाउस भिजवा दी । लेकिन परिजनों ने देखा गया तो पीएम हाउस में आशीष की सांस चल रही थी । परिजनों के हंगामा करने पर डॉक्टरों द्वारा आनन-फानन में आशीष को उपचार हेतु पुनः अस्पताल लाया गया।आशीष को करंट लगा था । इस वजह से उसकी हालत नाजुक थी। पोस्टमार्टम रूम में परिजनों को लगा कि आशीष की सांस चल रही है जैसे ही परिजन अस्पताल के डॉक्टर को बुलाकर लाये वैसे ही आशीष ने दम तोड़ दिय। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल के गेट पर जमकर हंगामा किया ।  घटना की जानकारी परिजनों के साथियों को लगने पर उन्होंने जिला अस्पताल का घेराव कर डॉक्टरों पर कार्रवाई की मांग करने लगे ।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा भिंड जिले के जिला हॉस्पिटल को नंबर वन का दर्जा दिया गया है नंबर वन हॉस्पिटल में डॉक्टरों की लापरवाही का यह पहला मामला नहीं है इससे पूर्व भी कई मामले आ चुके हैं जिनमें डॉक्टरों द्वारा खुलेआम लापरवाही बरती गई हैं।