प्रवीण दुबे खंडवा ब्यूरो –  देश का नाम रोशन करने वाली खण्डवा की माधुरी पटेल विश्व रेसलिंग के मुकाबले में सेमीफाइनल में जगह बनाने में सफल हुई है । 43 किलो वर्ग के मुकाबले में माधुरी पटेल सेमीफाइनल में पहुंच गयी है । बेटी की कामयाबी पर सारा गांव खुश है और अब दुआ कर रहा है कि बेटी गोल्ड मैडल लेकर ही लौटे.यूरोप में चल रही विश्व रेसलिंग प्रतियागिता में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली माधुरी पटेल ने यह साबित किया कि लड़कियां हर फील्ड में भारत का नाम रोशन कर सकती है ।खण्डवा जिले के बोरगांवखुर्द गांव की रहने वाली माधुरी पटेल ने दो देशों के महिला रेसलरों को चीत कर सेमीफाइनल में पहुची है ।                  पिता का सपना बेटी ने पूरा किया ..  माधुरी के पिता जगदीश पटेल भी पहलवान है और माधुरी को इन्होंने ही शुरुआत में तैयार किया है ।दरअसल माधुरी के पिता देश के लिए खेलना चाहते थे पर पारिवारिक कारणों से वह यह कर पाने में सफल नही हो पाए।इसलिए उन्होंने अपनी बेटी माधुरी को दंगल में उतारा और इस दंगल गर्ल ने अपने पिता के सपने को पूरा करने की ठानी ओर आज यूरोप में विश्व रेसलिंग के सेमीफाइनल में जगह बनाई । माधुरी के पिता अपने गांव में गांव आसपास के गांव के लड़के लड़कियों को पहलवानी सिखाते है । माधुरी पटेल के सेमीफाइनल में पहुचने पर पिता जगदीश पटेल बहुत खुश है वह चाहते है कि माधुरी वहा से गोल्ड मेडल लाए और देश का नाम रोशन करे ।                                                                                       गांव में बंटी मिठाई
दंगल गर्ल माधुरी ने 43 किलो वर्ग में अपनी प्रतिद्वंद्वी अजरबैजान की हाशिमोवा को चित किया । जैसे ही माधुरी ने मुकाबला जीता गांव में ढोल-ताशे बजने लगे और मिठाई बंटने लगी ।