विनोद आर्य सागर ब्यूरो – यूँ तो कहने को तो सागर जिला सम्पन्न जिला है। प्रदेश सरकार में इस जिले से परिवहन मंत्रीं भी आते हैं। प्रदेश सरकार के मत्रियों के जिलों में शिक्छा विभाग किस तरह देश का भविष्य बना रहा है इसकी बानगी देखने को मिलती है सागर में । सागर जिले के शासकीय स्कूलों में देश के भविष्य कहे जाने वाले नौनिहालों को किस तरह एक भिखारी की तरह मध्यान भोजन दिया जाता है ये देख कर आम इंसान के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। लगता है प्रदेश में कमलनाथ सरकार से लेकर प्रशासनिक अधिकारी तक इस सिस्टम को बदलने से डरते हैं ।
सागर जिले की सुरखी विधानसभा क्षेत्र के विकासखंड जैसीनगर में मध्याह्न् भोजन योजना के संचालन में लापरवाही सामने आई है , बच्चों को हाथ में रोटी दी जा रही है खाने को …
मध्य प्रदेश के सागर जिले से एक बार फिर मध्याह्न् भोजन योजना के संचालन में लापरवाही बरते जाने का मामला सामने आया है। एक स्कूल में बच्चों को मध्याह्न् भोजन की रोटी हाथ में परोसी जा रही है। छोटे बच्चे रोटी को अपनी गोद में रखकर खाने को मजबूर हैं। इससे पहले इसी जिले में बच्चों द्वारा खाने की थालियां गंदे पानी में धोने की तस्वीरें सामने आई थीं । सागर जिले के सुरखी विधानसभा क्षेत्र के विकासखंड है जैसीनगर विधानसभा क्षेत्र से राज्य के परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत विधायक हैं । यहां के तोड़ा तरफदार के सरकारी स्कूल में बच्चों को मध्यान्ह भोजन की रोटी हाथ में दी जाती है । जबकि प्लास्टिक की कटोरी में सब्जी मिलती है। छोटे बच्चे एक साथ दो रोटी हाथ में पकड़ नहीं पाते तो वे उन रोटियों को अपनी जांघ पर अथवा गोदी में रखकर खाते हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी –
बच्चों द्वारा हाथ में रोटी लेकर खाने का मामला सामने आया है। इसकी जांच करा रहे हैं । सच पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। खाद्यान्न आपूर्ति करने वाले समूह को इस काम से हटा दिया जाएगा।
चेतना पाटील मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जैसीनगर ।
क्या जिला जिले के कलेक्टर इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेते हुए स्कूल और मध्यान भोजन बनाने वाले समूह पर कोई कार्यवाही करते हैं या जाँच के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ति की जाएगी।