नीलेंद्र मिश्रा भोपाल ब्यूरो – आदिवासी समाज में मान्यता है कि अगर बारिश न हो रही हो तो मेंढक मेंढकी की शादी करवाने से अच्छी बारिश होने लगती हैं। मध्य प्रदेश में भी एक नजारा रायसेन में देखने को मिला जहां आदिवासी समाज ने मेंढक मेंढकी की शादी करवाई …
रायसेन के वार्ड नम्बर 18 मोगिया पुरा में आदिबासी समाज के लोगों ने पुरानी मान्यता को लेकर बारिश होने के लिये मेंढक और मेंढकी का विवाह किया इसके कुछ घण्टो बाद ही इंद्रदेव की कृपा से झमाझम बारिश हुई । रायसेन जिला मुख्यालय के मोगिया पुरा में अच्छी बारिश के लिए इंद्रदेव को मनाने एक अनूठा आयोजन हुआ । यहां लोगो ने मेढक- मेढकी का विवाह रचाकर अच्छी बारिश की कामना की । इन आदिवासियो का मानना है कि अच्छी वारिश के लिए मोगियॉ आदिवासी समाज यह टोटका करता है और निश्चित रूप से भगवान इंद्र प्रसन्न होकर अच्छी बारिश करते है । इसी मान्यता को लेकर आज मोगिया समाज ने मेढक-मेढकी का विवाह रचाकर यह टोटका किया।जिसके कुछ ही घंटों बाद इंद्रदेव की मेहरबानी हुई और आधे घंटे तक बादल झमाझम बरषे।आदिवासी समाज के लोगो के लोगों ने वारिस नही होने के कारण रुठे हुऐ इंद्रदेवता को मनाने अनोखा टोटका किया ,इस अनोखे टोटके मे मेढ़क मेंढकी की शादी की जाती है ओर शाम को भंडारा किया जाता है । मोगियॉ आदिवासी समाज के लोगो का कहना है की हमारे इस टोटका से रुठे हुऐ इंद्रदेवता प्रसन्न होकर अच्छी वारिस करते है । मोगियॉ आदिवाशी समाज के लोग अनोखा टोटका से रुठे हुऐ इंद्रदेवता को मनाते है एवं अच्छी वारिश की कॉमना करते है । मोगियॉ आदिवासी समाज के लोग मेंढक मेंढकी को नीम की छोटी छोटी टेहनियों मे वांधकर “”मेढक रानी पानी दो पानी की वर्षाती दो”” के नारे लगाते हुए अपनी समाज के लोगो के घर घर जाकर खाने पीने के भंडारे का सामान एकत्रित करते है ओर फिर भंडारे के साथ मेढक मेंढकी का विवाह किया जाता है । मोगियॉ आदिवासी समाज के लोगो का मानना है की मेढक मेंढकी के विवाह के इस टोटका से रुठे हुऐ इंद्र देवता मान जाते है और अच्छी वारिश करते है ।