पिपरिया फीका रहेगा इस बार शहर का सबसे बड़ा पर्व
आशीष रावत पिपरिया ब्यूरो – नर्मदांचल में सबसे ज्यादा लोकप्रिय , राजधानी भोपल से जबलपुर के बीच का सबसे बड़ा पर्व इस बार फीका रहने वाला है वजह है कोरोना का संक्रमण …
पिपरिया शहर की जनता धर्म प्रेमी जनता है । प्रदेश में अगर नवरात्रि दशहरा पर्व की सबसे ज्यादा धूम रहती है तो वो संस्कारधानी जबलपुर और पिपरिया की । नवरात्री को एक मोहत्सव के रूप में मनाने की पिपरिया की परम्परा चार दशक से ज्यादा पुरानी है । शहर भर में जगह जगह महोतसव के रंग बिखेरते हुए दुर्गा उत्स्व समितियां माँ के अलग अलग रूपों को स्थापित कर नो दिन के शारदीय नवरात्रि को एक महोत्स्व के रंग में रंग देती हैं । पिपरिया शहर में मानों दिन तक जगमग उजालों की रौशनी में ऐसा लगता है जैसे दीपावली का त्यौहार आ गया हो । दुर्गा उत्स्व समितियां नो दिन तक माँ दुर्गा का श्रगांर बड़े दिल से करते हैं । शहर के किसी भी पंडाल में आने वाले श्रद्धालुओं की आँखे माँ जगजननी के चेहरे से हटने का नाम नहीं लेती । माँ जगतजननी के पंडालों में बनी झखियाँ देश प्रदेश शहर की समस्याओं से लेकर धर्म तक बनती है जो मन मोह लेती हैं । माँ जगतजननी के नो दिन के दर्शन के लिए जन सैलाब उमड़ पड़ता है । पिपरिया शहर के घरों से लेकर आस पास के तकरीबन 500 गांवों को नवरात्रि के 9 दिन तक शाम होते ही खाली कर श्रद्धालु शहर के पंडालों में विराजी माँ जगतजननी के दर्शन करने उमड़ जाते हैं । नवरात्रि पर हिन्दू उत्सव समिति प्रतियोगिताओं के जरिये हिन्दू संस्कृति को एक अलग आयाम देती है । नवरात्रि के 9 दिन तक शहर की मुख्य सड़कों पर पैदल चलने तक की जगह नहीं होती । दशहरा पर शहर के इतवारा बाजार में रावण दहन का पर्व और उसके बाद राम सत्ता से गूंजता सुर ग्रामीण छेत्रों से आने वाली जनता को दो दो दिनों तक बांधकर रखती है । एक ही जगह बैठकर ग्रामीण रामसत्ता के सुरमयी भजनों को लगातार 48 घंटों तक सुनते रहे हैं । रामसत्ता के विजेता टीम को शहर के जनप्रतिनिधि इनाम देकर समापन करते हैं । पर इस बार ये सब फीका रहने वाला है ।
पिपरिया के नवरात्रि महोत्स्व को कोरोना का ग्रहण लगा
शहर में नो दिन तक नवरात्रि को महोत्स्व की तरह मनाने की परम्परा दशकों पुरानी है । पर इस बार नवरात्री का पर्व बड़े ही सादगी से मान्य जाएगा । कोविड 19 के खतरे के मद्देनजर इस बार शहर में दुर्गा उत्सव समितियों से लेकर हिन्दू उत्सव समिति यहां तक की प्रशासन भी सावधान रहते हुए सादगी से नवरात्रि मनाने की बात कह रहे हैं । इस बार न कोई बड़े आयोजन होंगे न झाकियां बनेगी न रामसत्ता होगी न ज्यादा बड़े बड़े पंडाल बनाये जा सकेंगे । कोरोना के चलते इस बार सादगी से नवरात्रि के पर्व को मनाया जायेगा ।