आशीष रावत…..नर्मदापुरम जिले में शिक्षा विभाग के क्या हाल हैं ये आपको पिपरिया में देखने को मिल जाता है , शहर का एक दशकों पुराना स्कूल ही शिक्षा विभाग के रिकार्ड से गायब हो गया…..
पिपरिया नर्मदापुरम जिले में शिक्षा विभाग कितना बेहतर है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शहर में कई दशकों से संचालित एक स्कूल ही रिकार्ड से गायब है । हेरत की बात तो ये है कि इस स्कूल में बकायदा क्लास लगती है । मास्टर से लेकर प्रधान पाठक तक मौजूद है स्कूली बच्चों को मध्यान भोजन तक दिया जाता था पर अब सब भगवान भरोसे है । बीआरसी कार्यालय से संचालित इस प्राथमिक स्कूल का रिकार्ड तक नही मिल रहा है । प्राथमिक स्कूल संचालन के लिए शासन स्तर से एक व्यवस्था की गई है डाइस कोड के जरिए स्कूल संचालन के लिए फंड दिया जाता है पर इस स्कूल का डाइस कोड ही गायब है जिसकी वजह से स्कूल का रिकार्ड नही मिल रहा । इस स्कूल में वर्तमान में अभी 96 के करीब बच्चे एक से पांचवी कक्षा में अध्यन्र्त हैं । जिन्हे आने वाले समय में परेशानियों से गुजरना पड़ेगा । पिपरिया का जय प्रकाश प्राथमिक शाला का डाइस कोड ही गायब है जिसकी वजह से शासन से मिलने वाली ग्रांट इस स्कूल को नही मिल पा रही है । अब सवाल खड़े होते हैं कि केसे मध्यान भोजन बांटा जाए और सबसे बड़ा सवाल तो ये है कि इस स्कूल में अदयनरत पांचवी के बच्चो को बोर्ड के एक्जाम केसे दिलाएं जायेंगे ।
क्या कहते है बीआरसी विकास खंड स्त्रोत समन्वयक ……
इस सत्र में डाइस कोड नही दिख रहा जिसके लिए जिला पंचायत और वरिष्ठ कार्यालय को पूर्व में भी सूचित किया गया है । हम और देखते है कि क्या हो सकता है ।
प्रदीप शर्मा बीआरसी पिपरिया
क्या कहते है स्कूल के प्रधान पाठक …..
इस सत्र में स्कुल का डाइस कोड नहीं मिल रहा है । जिसके कारण हमें काफी दिक्कतों का सामना करना पड रहा है। बच्चों को 3 जनवरी से मध्यान भोजन भी नहीं दिया जा पा रहा है । हमने वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले से अवगत कराया दिया है ।
किरण दुबे प्रभारी प्रधान पाठक जय प्रकाश शाला
आस्था स्वसहायता समूह मध्यान भोजन देने वाली संस्था क्या कहती है ……
अक्टूबर 2022 से खाद्यान और रसोइयों की मानदेय एवं भोजन की राशि हमारे समूह को नहीं मिली है । इसलिए आर्थिक रूप से परेशान होकर समूह ने 3 जनवरी 2023 से मध्यान भोजन वितरण का कार्य बंद कर दिया है । विभाग से लेकर सीएम हेल्पलाइन में भी इसकी शिकायत दर्ज करा चुके है ।
नेहा गुप्ता अध्यछ आस्था स्वसहायता समूह